Road Accidents In India: देश भर में चमचमाती सड़के आमतौर पर विकास की कहानी कहती हुई दिखाई देती हैं, लेकिन इसका और भी पहलू है, वो है इन पर होने वाले जानलेवा हादसे. रविवार, 4 सितंबर को महाराष्ट्र के पालघर जिले में एक राष्ट्रीय राजमार्ग पर सड़क दुर्घटना में मशहूर उद्योगपति साइरस मिस्त्री की मौत इसका एक उदाहरण है. ऐसी हजारों-लाखों घटनाएं साल भर होती रहती हैं. भारत की सड़कों पर इस तरह के हादसों की संख्या डराने वाली है. अगर बात करें पिछले साल 2021 की तो नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो यानी एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक देशभर में कुल 4 लाख 3 हजार 116 सड़क हादसे हुए जिसमें कुल 1 लाख 55 हजार 622 लोगों की मौत हो गई.


ऐसा नहीं है कि आधुनिक तकनीक से बने राष्ट्रीय राजमार्ग भी सुरक्षित हैं, वहां भी हादसों की संख्या ज्यादा है. साल 2021 की ही बात करें तो यहां कुल 1 लाख 22 हजार 204 दुर्घटनाएं हुईं, जिसमें 53 हजार 165 लोगों की जान चली गई. एनसीआरबी का आंकड़ा यह भी बताता हैं कि साल 2021 में प्रति सौ किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्गों परऔसतन 40 मौते हुईं. साल 2020 में यह आंकड़ा 36 था.


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इस महीने में सबसे ज्यादा सड़क हादसे


आंकड़ों का विश्लेषण करने पर पता चलता है कि इस तरह के सड़क हादसे ज्यादातर दिसंबर और जनवरी के महीनों में होते हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसा ज्यादातर ठंड के दिनों में सड़क पर ठीक से कोहरे के कारण न दिखाई देने के कारण होता हैं. वहीं हादसों का सबसे प्रमुख कारण लापरवाही से और तेज गाड़ी चलाना है. आंकडें यह भी बताते हैं कि 2021 के दौरान सड़क हादसों के कारण हुई मौतों में 44.5 प्रतिशत मौतों के लिए दुपहिया वाहनों से हुए हादसे हैं. बता दें कि हाल ही में महाराष्ट्र के एक बड़े नेता शिव संग्राम के प्रमुख विनायक मेटे की मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर खोपोली के पास एक कार दुर्घटना में मौत हो गई. मेटे, जो एक एसयूवी कार में यात्रा कर रहे थे, पुणे से लौट रहे थे, जब दुर्घटना हुई.


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