टेस्ट क्रिकेट में जहां बल्लेबाज और गेंदबाज सुर्खियां बटोरते हैं, वहीं फील्डिंग का योगदान भी मैच का रुख बदलने में अहम भूमिका निभाता है. क्रिकेट इतिहास में कई खिलाड़ी ऐसे रहे हैं जिन्होंने न सिर्फ बल्ले से कमाल किया, बल्कि कैच पकड़कर अपनी टीम को जीत की राह दिखाई. खास बात यह है कि इस लिस्ट में भारतीय खिलाड़ी भी टॉप में शामिल हैं. आइए जानते हैं टॉप 5 फील्डर्स जिनके नाम है एक सीरीज में सबसे अधिक कैच लेने का बड़ा रिकॉर्ड.
जैक ग्रेगरी (ऑस्ट्रेलिया) - एशेज 1920/21
ऑस्ट्रेलिया के जैक ग्रेगरी ने 1920/21 की एशेज सीरीज में कमाल का प्रदर्शन किया. उन्होंने 5 मैचों की सीरीज में कुल 15 कैच पकड़े. स्लिप में उनकी बिजली जैसी तेजी और गेंद को पढ़ने की क्षमता दुनिया भर के लिए मिसाल बन गई. आज भी उनका ये रिकॉर्ड टॉप पर कायम है.
केएल राहुल (भारत) - पाटौडी ट्रॉफी 2018
भारत के स्टार बल्लेबाज केएल राहुल के नाम भी एक शानदार फील्डिंग रिकॉर्ड दर्ज है. 2018 में इंग्लैंड के खिलाफ पाटौडी ट्रॉफी के दौरान राहुल ने सिर्फ 5 टेस्ट मैचों में 14 कैच पकड़े. खास बात यह रही कि उन्होंने ज्यादातर कैच स्लिप कॉर्डन में पकड़े और भारतीय टीम को लगातार ब्रेकथ्रू दिलाए. इस प्रदर्शन ने उन्हें आधुनिक युग के बेहतरीन फील्डर्स में शामिल कर दिया है.
ग्रेग चैपल (ऑस्ट्रेलिया) - एशेज 1974/75
ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज ग्रेग चैपल अपने दौर के बेहतरीन फील्डर थे. एशेज 1974/75 में उन्होंने 6 टेस्ट मैचों में 14 कैच पकड़कर बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई थी. उनकी पोजिशनिंग और सटीक अनुमान लगाने की क्षमता ने उन्हें स्लिप कैच का बादशाह बना दिया था.
ब्रायन लारा - भारत बनाम वेस्टइंडीज 2006
ब्रायन लारा अपनी बल्लेबाजी के लिए मशहूर रहे हैं, लेकिन फील्डिंग में भी उन्होंने शानदार आंकड़े बनाए. 2006 में भारत के खिलाफ सीरीज में लारा ने 7 पारियों में 13 कैच लपके. यह उनका बतौर फील्डर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था और वेस्टइंडीज की फील्डिंग यूनिट के लिए बड़ा बोनस साबित हुआ.
राहुल द्रविड़ (भारत) - भारत बनाम वेस्टइंडीज 2004-05
‘द वॉल’ कहे जाने वाले राहुल सिर्फ बल्लेबाजी के लिए नहीं, अपनी सुरक्षित स्लिप फील्डिंग के लिए भी जाने जाते हैं. राहुल द्रविड़ ने 4 टेस्ट में 13 कैच पकड़कर अपने क्लासिक स्टाइल का कमाल दिखाया. उनकी शांत स्वभाव और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता ने कई बल्लेबाजों को परेशान किया.