नई दिल्ली: सुनील छेत्री भारत के पहले ऐसे फुटबॉलर बन गए हैं जिन्होंने 100 अंतरराष्ट्रीय मैचों में अपना नाम दर्ज करवा लिया है. सुनील छेत्री ने अपने 100वें अंतरराष्ट्रीय मैच में दो गोल दागे जिससे भारत ने इंटरकांटिनेंटल कप फुटबाल टूर्नामेंट में सोमवार को केन्‍या को 3-0 से हराकर फाइनल में अपनी जगह लगभग पक्की कर ली. पूर्व कप्तान बाईचुंग भूटिया के बाद 100 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले सिर्फ दूसरे भारतीय बने छेत्री (68वें मिनट और 90 प्लस एक मिनट) के अलावा जेजे लालपेखलुआ ने 71वें मिनट में टीम की ओर से एक अन्य गोल किया.


आईए सुनील छेत्री के करियर पर एक नजर डालते हैं और जानते हैं कुल 100 मैचों में उन्होंने किन रिकॉर्ड्स पर अपना नाम दर्ज करवाया है


1. भारतीय फुटबॉलर द्वारा हैट्रिक लगाने के मामले में सुनील छेत्री का नाम सबसे आगे है. सुनील छेत्री ने अपना तीसरा हैट्रिक इंटरकांटिनेंटल कप फुटबाल टूर्नामेंट में चीनी ताइपे के खिलाफ किया. आपको बता दें इससे पहले ये रिकॉर्ड अपालाराजू और आईएम विजयन के नाम था. इससे पहले के दो हैट्रिक छेत्री ने ताजिकिस्तान और वियतनाम के खिलाफ किया था.


2. सुनील छेत्री अभी तक 41 मैचों में भारत की कप्तानी कर चुके हैं. छेत्री ने इसकी शुरूआत मार्च 2011 में एएफसी चैलेंज कप में चीनी ताइपे के साथ किया था. छेत्री 61 में से 27 गोल्स आर्मबैंड के साथ किए हैं. वहीं दो बार भारत को इंटरनेशनल टाइटल भी दिलाया है. जिसमें नेहरू कप और एसएएफएफ चैंपियनशिप शामिल है.


3. छेत्री ने 17 बार उन सभी टीमों के खिलाफ गोल किए हैं जिससे पहली बार छेत्री का सामना हुआ. छेत्री ने इसकी शुरूआत 2005 में पाकिस्तान के खिलाफ की थी. छेत्री ने अपने 23 में से 17 गोल विरोधी टीम के खिलाफ पहली बार खेलते हुए किया है.


4. एशिया कप फाइनल में छेत्री के नाम सबसे ज्यादा यानी की 2 बार गोल करने का रिकॉर्ड है. ये कारनामा उन्होंने 2011 में किया था.


5. छेत्री ने कुल 8 बार किसी टीम के साथ मैच खेला है. ये टीम नेपाल है जिसके खिलाफ छेत्री ने सबसे ज्यादा मुकाबले खेले हैं. छेत्री ने नेपाल के खिालाफ कुल 5 गोल किए हैं जिसमें से उन्हें 4 जीत और 2013 में एक हार मिली है.


6. छेत्री ने विरोधियों का सामना 22 अलग देशों में किया है. तो वहीं इसमं 42 शहर भी शामिल हैं. इन 42 मैचों में छेत्री ने अपने नाम कुल 14 गोल किए हैं. 2017 के बाद ये रिकॉर्ड और सुधरता गया जब छेत्री ने हर तीन मैचों में दो गोल करने शुरू कर दिए. छेत्री के अगर पसंदीदा मैदान की बात करें तो वो दिल्ली है जहां छेत्री ने 23 मुकाबलों में कुल 19 गोल किए हैं. छेत्री ने अपना आखिरी मैच दिल्ली में 2012 में खेला था जहां कैमरून के साथ मैच 2-2 से बराबरी पर खत्म हुआ था.


7. छेत्री ने 8 फाइनल मुकाबलों में 6 मुकाबलों पर जीत दर्ज की है. छेत्री ने इन टूर्नामेंट फाइनल्स में कुल 6 गोल किए हैं. जिसमें एक हैट्रिक भी शामिल है जो 2008 में तजाकिस्तान के खिलाफ आया था. छेत्री ने जभी भी फाइनल में गोल किया है टीम जीती है.