भारतीय ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने हाल ही में कट्टर प्रतिद्वंद्वी रिकी पॉन्टिंग के साथ अपनी प्रतिद्वंद्विता के बारे में बात की. हरभजन ने खुलासा किया कि पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान उनकी गेंदबाजी से इतना घबरा गए थे कि बाद में उन्होंने गेंद पर ध्यान केंद्रित करना बंद कर दिया था. भज्जी के पास टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा बार यानी 10 बार पॉन्टिंग को आउट करने का रिकॉर्ड है.


पॉन्टिंग अपने समय के सर्वश्रेष्ठ टेस्ट बल्लेबाजों में से एक थे. उनका 51.85 का शानदार ओवरऑल टेस्ट औसत था. हालांकि, उनका औसत 22.30 तक गिर गया जब उन्होंने भारतीय स्पिनर का सामना किया. इसके अलावा, पूर्व कप्तान ने 3.4 की औसत से 5 पारियों में सिर्फ 10 रन बनाए. हरभजन सिंह ने उन्हें साल 2011 भारत दौरे के दौरान लगातार 5 इनिंग्स में 5 बार आउट किया था.


भज्जी ने कहा कि, “पहली बार जब मैंने रिकी पॉन्टिंग को आउट किया तो वह शारजाह में था. यह एक एकदिवसीय मैच था और मैंने उसे स्टम्प किया. आउट करने के बाद, मैंने उससे कुछ कहा जिसके बारे में मुझे ज्यादा जानकारी नहीं थी. मेरी अंग्रेजी उस समय बहुत अच्छी नहीं थी, मैंने बहुत से लोगों से उस शब्द को सुना था, इसलिए मैंने भी कह दिया.


भज्जी ने बताया कि, '' इसकी वजह से मैं अगले मैच से प्रतिबंधित हो गया. लेकिन मेरी याददाश्त यह है कि जब वह बाहर निकला और मैंने उसे बाहर जाने का इशारा किया, तो वह अपने बल्ले के साथ मेरी तरफ आया, जैसे वह मुझे मारने आ रहा हो. इसलिए, मुझे थोड़ा डर लग रहा था कि क्या वह वास्तव में मुझसे टकराएगा. ”


साल 2001 टेस्ट सीरीज को याद करते हुए भज्जी ने कहा कि, इसके बाद जब 2001 की सीरीज़ हुई तो ऐसा लगा कि वह गेंद नहीं खेल रहे हैं बल्कि मेरा चेहरा देखकर ही आउट हो रहे हैं. वह गेंद पर बिल्कुल भी ध्यान केंद्रित नहीं कर रहा था, अगर वह गेंद पर ध्यान केंद्रित कर रहा था तो मुझे नहीं लगता कि कोई भी इतनी आसानी से बार बार आउट हो सकता है.