भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे सिडनी टेस्ट में मोहम्मद सिरज और जसप्रीत बुमराह पर हुई नस्लभेदी टिप्पणी का मामला अब तूल पकड़ता हुआ दिख रहा है. इस मामले को लेकर कई पूर्व भारतीय क्रिकेटरों ने भी कड़ी नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने पूर्व में हुई नस्लभेदी और रंगभेदी टिप्पणियों को लेकर कई अहम खुलासे भी किए हैं.


भारतीय खिलाड़ियों के साथ की गई नस्लभेदी टिप्पणियों पर भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने भी अपना बयान दिया है. उन्होंने कहा, "ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब सिडनी में इस तरह का व्यवहार किया गया हो." अश्विन ने बताया कि साल 2011 में वे भी नस्लभेदी टिप्पणियों के शिकार हो गए थे. उन्होंने कहा, "सिडनी में दर्शकों द्वारा ऐसा बर्ताव पहले भी कई बार किया जा चुका है." उन्होंने कहा कि इस मामले में सख्ती से कार्रवाई करने की ज़रूरत है.


हरभजन सिंह ने भी किया खुलासा


सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर भारतीय खिलाड़ियों के साथ हई नस्लभेदी टिप्पणी को लेकर हरभजन सिंह ने भी नाराजगी जताई. उन्होंने खुलासा करते हुए कहा, "ऑस्ट्रेलिया में धर्म और रंग को लेकर मुझे भी कई बार निशाना बनाया गया." उन्होंने कहा, "फील्डिंग के दौरान लोग पीछे से बहुत कुछ बोलते थे और मुझे मजबूर करते थे कि मैं अपनी प्रतिक्रिया दूं."


जोफ्रा आर्चर पर भी की गई रंगभेदी टिप्पणी


साल 2019 में वर्ल्ड कप के दौरान इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर पर न्यूज़ीलैंड के एक दर्शक ने रंगभेदी टिप्पणी की. मामले का खुलासा करते हुए आर्चर ने लिखा, "क्राउड की ओर से मुझपर रंगभेदी टिप्पणी की गई और ये सचमुच दुःखद है." वहीं, न्यूज़ीलैंड क्रिकेट बोर्ड ने आर्चर से औपचारिक रूप से माफी मांग ली थी.


मोईन अली को 'ओसामा' कहा गया 


साल 2015 में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच खेले गए एशेज सीरीज के एक मैच के दौरान ऑस्ट्रेलिया के दर्शक ने इंग्लैंड के मोईन अली पर टिप्पणी की थी. मोईन ने अपनी ऑटोबायोग्राफी में इस बात का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि पीछे से कुछ लोग उन्हें 'ओसामा' कहकर पुकार रहे थे. उन्होंने बाद में इस टिप्पणी को लेकर कड़ी नाराजगी भी जाहिर की थी.


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