Most memorable facts in cricket history: क्रिकेट के मैदान पर आपने किसी न किसी मैच में रिकॉड्स को टूटते या बनते देखे होंगे. कुछ रिकॉर्ड ऐसे होते हैं, जो आप कभी नहीं भूलते और कुछ रिकॉर्ड ऐसे बनते हैं, जो खिलाड़ी चाहकर भी भूल नहीं पाते हैं. तो चलिए आपको बताते हैं ऐसे ही किस्सों के बारे में, जिसने इतिहास की किताब में तो जगह बनाया ही, साथ ही साथ फैंस को भी रोमांचित किया. इस सूची में पहला नाम आता है शाहिद अफरीदी (Shahid Afridi) का, जिन्होंने सचिन के बल्ले से उस समय का सबसे तेज़ शतक लगाया था.



  1. दरअसल अफरीदी के पास सही बल्ला नहीं था, तब वकार यूनुस ने अफरीदी को एक बल्ला दिया था. ये वही बल्ला था जिसे सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने वकार यूनुस को भेंट दिया था. उस बल्ले से अफरीदी ने 37 गेंदों में 11 छक्कें और छह चौकों की मदद से वनडे का सबसे तेज़ शतक जड़ दिया था.

  2. शायद ही आप जानते होंगे कि सचिन तेंदुलकर ने पाकिस्तान के लिए भारत के खिलाफ मैच खेला है. दरअसल 1987 विश्व कप के दौरान सचिन ने एक अभ्यास मैच में पाकिस्तान के लिए फील्डिंग की थी. तब उन्होंने भारत के लिए टेस्ट मैच भी नहीं खेला था.

  3. 1877 में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर इतिहास का पहला टेस्ट मैच खेला गया, तो उस मैच को ऑस्ट्रेलिया ने 45 रनों से जीत लिया. 100 साल बाद 1977 में जब उसी मैदान पर दोनों टीमें आमने-सामने हुईं, तो भी जीत ऑस्ट्रेलिया को मिली, वो भी 45 रनों से ही.

  4. ऑस्ट्रेलिया के एलन बॉर्डर ने लगातार 153 टेस्ट मैच खेलकर इतिहास रच दिया था. एलन बॉर्डर को उस दौरान न चोट लगी और न ही उन्हें टीम से बाहर किया गया. बिना किसी रुकावट के इस ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ने 153 मैच खेले, जो अपने-आप में ही एक रिकॉर्ड है.

  5. क्रिकेट इतिहास में भारतीय टीम इकलौती टीम है जिसने लिमिटेड ओवर के तीनों फॉर्मेट का विश्व कप खिताब जीता है. 1983 में कपिल देव (Kapil Dev) कि अगुवाई में भारत ने 60 ओवर का विश्व कप जीता. महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) की अगुवाई में भारत ने 2007 में टी20 और 2011 में 50 ओवर का खिताब अपने नाम किया.


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