Virat Kohli No-ball Controversy: आईपीएल के 36वें मैच में हुए एक आउट ने अब विवाद की शकल धारण कर ली है. कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ मैच में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली एक ऐसी गेंद पर आउट हुए जिसने सोशल मीडिया और क्रिकेट जगत में हंगामा खड़ा कर दिया.


जानिए क्या है पूरा मामला
हाल ही में आईपीएल मैच में विराट कोहली के आउट होने पर जमकर बवाल मचा. दरअसल, कोहली को एक ऐसी गेंद पर आउट दिया गया जिसे देखकर लगा कि वो कमर से ऊपर फेंकी गई खतरनाक गेंद थी. लेकिन क्या ये वाकई नो-बॉल थी?


कोलकाता के तेज गेंदबाज हर्षित राणा ने कोहली को एक फुल टॉस गेंद फेंकी. कोहली ने थोड़ा ऊपर खेलकर गेंद को कैच दे दिया. अंपायर ने उन्हें आउट करार दिया. भले ही कोहली ने रिव्यू लिया, फैसला नहीं बदला. हालांकि, कई लोगों को लगा कि कोहली को गलत आउट दिया गया. मगर गौर करने वाली बात ये है कि कोहली ने रिव्यू लिया था, तो फैसला टेक्नोलॉजी के जरिए हुआ था.






तो फिर कोहली को आउट क्यों करार दिया गया?
अगर गेंद कमर से ऊपर जाती है और बल्लेबाज स्ट्राइक पर खड़ा होता है, तो उसे नो-बॉल माना जाता है. लेकिन कोहली के मामले में ऐसा नहीं था.


टेक्नोलॉजी के अनुसार, राणा की गेंद सही थी क्योंकि कोहली क्रीज से बाहर खड़े थे. गेंद और बल्ले का टकराव भी शरीर से काफी आगे हुआ था. टेक्नोलॉजी ने ये भी बताया कि अगर कोहली क्रीज के अंदर होते तो गेंद उनके कमर से 0.92 मीटर की ऊंचाई पर आती. कोहली की कमर की ऊंचाई 1.04 मीटर है. इस हिसाब से गेंद नो-बॉल नहीं मानी जा सकती थी.






क्या कहता है रूल बुक?
आईसीसी के नियम 41.7 के अनुसार, गेंदबाज अगर सीधे बल्लेबाज की कमर से ऊपर से गुजरने वाली गेंद फेंकता है, जिसे पिच पर गिरे बिना फेंका गया हो, तो उसे नो-बॉल माना जाएगा. लेकिन, इस मामले में ये नियम कोहली के पक्ष में नहीं गया.


ये नियम बल्लेबाज की सुरक्षा के लिए बनाया गया है. भले ही गेंद लगने से बल्लेबाज को चोट न पहुंचे, फिर भी ये गेंद नो बॉल ही गिनी जाएगी.


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