साइक्लोन Ditwah और चेन्नई में भारी बारिश के बीच खेले गए मुकाबले में भारतीय हॉकी टीम ने ओमान को 17-0 से बुरी तरह हराया. भारतीय हॉकी टीम के लिए ये जीत अंक हासिल करने और गोल अंतर में बेहतर होने के लिहाज से शानदार रही, लेकिन टीम के पेनल्टी कार्नर पर निराशाजनक प्रदर्शन से हेड कोच चिंता में हैं.
19 पेनल्टी कार्नर में सिर्फ 4 में सफल
भारतीय हॉकी टीम ने इस मुकाबले में कुल 19 पेनल्टी कार्नर हासिल किए थे, लेकिन इनमें से सिर्फ 4 को ही प्लेयर्स गोल में बदल पाए. ये दिखाता है कि पेनल्टी कार्नर में भारतीय हॉकी टीम को बहुत सुधार करने की जरुरत है. हालांकि इसका एक कारण बारिश भी था, क्योंकि बारिश से ग्राउंड धीमा और भारी हो गया था. हालांकि दुनिया की नंबर 2 टीम से इससे बेहतर की उम्मीद की जाती है. पेनल्टी कार्नर की कमजोरी हाल ही में हुए सुल्तान ऑफ जोहोर कप में भी नजर आई थी.
15 मिनट के बाद पकड़ी रफ्तार
FIH मेंस जूनियर वर्ल्ड कप में हुए इस मुकाबले के पहले 15 मिनट तक भारतीय प्लेयर्स कुछ खास मौका नहीं बना पाए, शरुआत में ओमान के प्लेयर्स काफी तेज खेल रहे थे. लेकिन 15 मिनट के बाद भारतीय प्लेयर्स ने गियर बदलें और रफ्तार पकड़ी. भारतीय खिलाड़ियों के बीच तालमेल शानदार रहा, पासिंग गेम भी सटीक था. टीम इंडिया के प्लेयर्स ने अपनी 360 डिग्री स्पिन और रिवर्स हिट से ओमान के खिलाड़ियों को छकाया. चौथे मिनट में अर्शदीप ने अंकित पाल के शानदार पास से गोल दागा.
अर्शदीप, मनमीत और दिलराज ने दागे 3-3 गोल
पेनल्टी कार्नर में बेशक टीम इंडिया के खिलाड़ियों ने निराश किया, लेकिन फील्ड गोल्ड में उनका प्रदर्शन बेहद शानदार रहा. अर्शदीप सिंह , दिलराज सिंह और मनमीत सिंह ने 3-3 गोल दागे. अजित यादव, गुरजोत सिंह और इंगलेम्बा लुवांग ने 2-2 गोल किए. 29वें मिनट में अनमोल इक्का ने भी एक गोल किया.
भारत बेशक ओमान के खिलाफ बड़े अंतर से जीत गया, लेकिन फिर भी पेनल्टी कार्नर में ऐसे खराब प्रदर्शन को टीम इंडिया को सुधारना होगा. नॉकआउट राउंड से पहले भारत को इस पर काम करना होगा.