कोरोनावायरस के कारण दुनियाभर में स्पोर्ट्स इवेंट्स प्रभावित हुए और सभी खेल रोक दिए गए. यूरोप में इस बीमारी का सबसे ज्यादा असर हुआ और इसलिए वहां होने वाली तमाम फुटबॉल लीग को सबसे पहले रोका गया था, लेकिन अब जर्मनी में फुटबॉल के साथ ही खेलों को फिर से शुरू करने का प्रयास शुरू किया जा रहा है. इसको देखते हुए जर्मन सरकार ने अब फुटबॉल लीग को शुरू करने की इजाजत दे दी है.


खाली स्टेडियम में होंगे मैच


जर्मनी की घरेलू फुटबॉल लीग ‘बुंडसलीगा’ यूरोप की 5 सबसे बड़ी फुटबॉल लीग में शामिल है. बाकी सभी लीग की तरह जर्मन लीग भी मार्च के दूसरे हफ्ते तक कोरोनावायरस के कारण स्थगित करनी पड़ी थी. अब हालात में सुधार को देखते हुए जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने लीग को फिर से शुरू करने को हरी झंडी दे दी है.


बुंडसलीगा के मौजूदा सीजन में अभी भी 9 मैच-डे यानी 9 राउंड के मैच होने हैं और जर्मन फुटबॉल एसोसिएशन सीजन को 30 जून तक खत्म करने की कोशिश कर रही है. हालांकि अभी लीग को फिर से शुरू करने की तारीख का ऐलान नहीं हुआ है. इसके लिए 15 मई और 22 मई की तारीखों पर विचार किया जा रहा है.


कोरोनावायरस के बीच बुंडसलीगा दोबारा शुरू होने वाला दुनिया का पहला बड़ा स्पोर्टिंग इवेंट है. हालांकि लीग का बचा हुआ सीजन बिना दर्शकों के खाली स्टेडियम में ही खेला जाएगा. जर्मनी में 31 अगस्त तक कहीं भी भीड़ के जुटने पर पाबंदी है.


खिलाड़ियों का हुआ कोरोना टेस्ट


जर्मनी में पिछले कई दिनों से फुटबॉल सीजन को वापस पटरी पर लाने के प्रयास चल रहे थे. इस दिशा में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बुंडसलीगा के टॉप और सेकेंड टियर में के 36 क्लबों के 1700 से ज्यादा खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ का कोरोनावायरस टेस्ट किया गया. हालांकि इसमें से कुछ टेस्ट पॉजिटिव पाए गए. इसके बावजूद लीग को फिर से शुरू करने के प्रयास जारी हैं.


जर्मनी के अलावा स्पेन में भी ला लीगा को फिर से शुरू कराने के प्रयास चल रहे हैं. अलग-अलग स्टेज में खिलाड़ियों की ट्रेनिंग से लेकर मैच शुरू करने के लिए व्यवस्था बनाई जा रही हैं. इससे पहले फ्रेंच लीग ने अपने पूरे सीजन को खत्म करने का ऐलान किया था और मौजूदा चैंपियन पेरिस सेंट जर्मेन को विजेता घोषित किया गया.


यूरोप के बाकी देशों की तरह जर्मनी में भी कोरोनावायरस का बुरा असर रहा और देश में 6000 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. हालांकि जर्मन सरकार ने ज्यादा से ज्याद टेस्ट कर स्थिति को नियंत्रित में करने की कोशिश की. देश में डेढ़ लाख से ज्यादा संक्रमण के मामले आए, जिनमें अब गिरावट आ रही है.


ये भी पढ़ें


युवराज ने चहल को ट्रोल किया, इस बात पर कहा- ओह बल्ले बल्ले चूहे