भारत की स्टार महिला पहलवान बबीता फोगाट और गीता फोगाट की ममेरी बहन रितिका फोगाट ने एक कुश्ती टूर्नामेंट में मैच हारने के बाद आत्महत्या कर ली है. उनके इस कदम से राष्ट्रमंडल खेलों में भारत को महिला वर्ग में कुश्ती में पहला स्वर्ण पदक दिलाने वाली गीता फोगाट बेहद दुखी हैं और उन्होंने कहा है कि हार-जीत खिलाड़ी के जीवन का हिस्सा होता है और किसी भी खिलाड़ी को ऐसा कदम नहीं उठाना चाहिए.


गीता फोगाट ने ट्विटर पर लिखा, "भगवान मेरी छोटी बहन मेरे मामा की लड़की रितिका की आत्मा को शांति दे. मेरे परिवार के लिए बहुत ही दुख की घड़ी है. रितिका बहुत ही होनहार पहलवान थी. पता नहीं क्यों उसने ऐसा कदम उठाया. हार-जीत खिलाड़ी के जीवन का हिस्सा होता है. हमें ऐसा कोई कदम नहीं उठाना चाहिये."






17 साल की रितिका ने राजस्थान के भरतपुर के लोहागढ़ स्टेडियम में आयोजित स्टेट लेवल सब जूनियर टूनार्मेंट में हिस्सा लिया था. इस टूर्नामेंट के फाइनल मुकाबले में रितिका एक अंक से हार गईं थी और इस हार से निराश होकर उन्होंने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी.


रितु फोगाट ने भी रितिका की मौत पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, "छोटी बहन रितिका की आत्मा को भगवान शांति दे. मुझे अभी भी विश्वास नहीं हो रहा है कि आपके साथ क्या हुआ. आप हमेशा हमें याद आएंगी."


फाइनल में एक प्वाइंट के अंतर से हारी थी रितिका


बता दें कि द्रोणाचार्य अवॉर्ड जीतने वाले महावीर फोगाट भी उस टूर्नामेंट में मौजूद थे. रितिका ने इस टूर्नामेंट के लिए काफी पहले से तैयारी की थी. लेकिन फाइनल मुकाबले में हारने की वजह से वह सदमे में चली गई, और फिर 15 मार्च की रात को उन्होंने दुपट्टा डालकर फांसी लगा ली.


स्टेट लेवल सब जूनियर टूर्नामेंट में रितिका फोगाट ने ने 53 किलोग्राम भारवर्ग में हिस्सा लिया था. लेकिन स्टेट चैंपियनशिप के फाइनल में वह सिर्फ एक प्वाइंट के अंतर से हार गईं. इस हार से रितिका इतनी निराश हुईं कि उन्होंने मौत को गले लगा लिया. फिलहाल रितिका की मौत से रेसलिंग जगत में शोक की लहर है.


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