कोलकाता टेस्ट में टीम इंडिया की हार के बाद हेड कोच गौतम गंभीर लगातार निशाने पर हैं. पहले ही टीम चयन और खिलाड़ियों की भूमिका को लेकर सवाल खड़े हो रहे थे, अब पूर्व क्रिकेटरों के तीखे बयान इस विवाद को और भड़का रहे हैं. चेतेश्वर पुजारा के बाद अब पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी ने भी गंभीर पर सीधा हमला बोला है. उन्होंने दावा किया कि “ट्रांजिशन फेज” का नैरेटिव बनाकर सीनियर खिलाड़ियों रोहित शर्मा और विराट कोहली पर टेस्ट क्रिकेट छोड़ने का दबाव बनाया गया.
“ट्रांजिशन की कोई जरूरत नहीं, सिर्फ दबाव बनाया गया”
इंडिया टुडे से बातचीत में तिवारी ने कहा कि भारतीय क्रिकेट में “ट्रांजिशन” जैसी कोई चीज की जरूरत ही नहीं है. उनके मुताबिक भारत के घरेलू क्रिकेट में इतना टैलेंट मौजूद है कि कभी भी किसी पोजिशन पर बदलाव की जरूरत पड़े तो नए खिलाड़ी तैयार मिल जाते हैं.
तिवारी ने कहा, “यह ट्रांजिशन वाला नैरेटिव बनाकर ही रोहित और विराट जैसे दिग्गजों को किनारे किया गया. वे अभी टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहते थे, लेकिन माहौल ऐसा बनाया गया कि उन्हें पीछे हटना पड़ा. उन्होंने साफ कहा कि न्यूजीलैंड या जिम्बाब्वे जैसी टीमों को ट्रांजिशन की जरूरत होती है, भारत जैसे टैलेंट-रिच देश को नहीं.
गंभीर की कोचिंग पद्धति पर भी सवाल
सिर्फ रिटायरमेंट वाले मुद्दे पर ही नहीं, तिवारी ने गंभीर के खिलाड़ियों को पब्लिकली निशाना बनाने पर भी सवाल उठाए. कोलकाता टेस्ट हारने के बाद गंभीर ने बल्लेबाजों की तकनीक पर टिप्पणी की थी, जिस पर तिवारी ने कहा, “कोच का काम आलोचना करना नहीं, सिखाना है. अगर बल्लेबाज स्पिन के खिलाफ दिक्कत झेल रहे हैं, तो उन्हें मैच से पहले तैयारी क्यों नहीं करवाई गई?”
उन्होंने कहा कि गंभीर खुद स्पिन के खिलाफ शानदार बल्लेबाज थे, ऐसे में उन्हें टीम के युवा खिलाड़ियों को ज्यादा गाइड करना चाहिए था.
गुवाहाटी टेस्ट से पहले बढ़ा दबाव
भारत पहले टेस्ट में हार चुका है और अब सीरीज बचाने के लिए टीम को 22 नवंबर से गुवाहाटी में जीत दर्ज करनी होगी. गंभीर पर बढ़ते बयानों और विवादों के बीच टीम पर भी मानसिक दबाव बढ़ना तय है.
रोहित-विराट के टेस्ट रिटायरमेंट पर उठे फिर सवाल
रोहित शर्मा और विराट कोहली ने टी20 वर्ल्ड कप 2024 के बाद छोटे फॉर्मेट से रिटायरमेंट लिया था, लेकिन टेस्ट खेलने की इच्छा जताई थी. फिर अचानक मई 2025 में दोनों ने सिर्फ 5 दिन के अंतर में टेस्ट क्रिकेट से भी रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया, जिससे क्रिकेट जगत हैरान रह गया था. उस वक्त भी चर्चा थी कि टीम मैनेजमेंट के कुछ लोग बदलाव की कोशिश कर रहे थे. अब तिवारी के बयान के बाद यह मुद्दा फिर गर्मा गया है.