FIFA World Cup 2022: फीफा वर्ल्ड कप के हर संस्करण में कुछ ना कुछ विवाद जरूर देखने को मिलते हैं. अर्जेंटीना के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी डिएगो मैराडोना के हैंड ऑफ गॉड नाम से मशहूर गोल की बात करें या फिर 2010 में इंग्लैंड के गोल को अवैध करार दिए जाने की बात हो हर बार कुछ विवाद जरूर होते हैं. कतर में अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुका वर्तमान वर्ल्ड कप भी विवादों से खुद को बचा नहीं पाया है. आइए एक नजर डालते हैं इस वर्ल्ड कप में हुए कुछ विवादों पर.


गेंद बाहर थी या अंदर?


ग्रुप E के मुकाबले में जापान के ओ तनाका ने स्पेन के खिलाफ 51वें मिनट में गोल दागा था जिसमें गेंद के टचलाइन से बाहर जाने की संभावना लग रही थी. रेफरी ने VAR पर काफी समय तक इसे देखा था और बाद में गोल को वैध करार दे दिया था. हालांकि, फोटो देखने के बाद ऐसा साफ लग रहा था कि गेंद लाइन से बाहर गई थी.


रेफरी पर भड़के लियोनल मेसी


अर्जेंटीना के कप्तान लियोनल मेसी नीदरलैंड के खिलाफ हुए मुकाबले में काफी गुस्से में दिखाई दिए थे और इस दौरान उन्होंने रेफरी एंटोनियो मैटेयु लाहोज पर जमकर गुस्सा निकाला था. इस मैच में रेफरी ने कुल 19 कार्ड दिखाए थे और जमकर हंगामा देखने को मिला था. इस मैच के बाद रेफरी को वापस घर भेज दिया गया था.


रोनाल्डो को नहीं मिला गोल


ग्रुप स्टेज मुकाबले में उरुग्वे के खिलाफ पुर्तगाल के कप्तान क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने 54वें मिनट में गोल का दावा किया था, लेकिन गोल उनके साथी खिलाड़ी ब्रूनो फर्नांडेस को दिया गया था. ब्रूनो ने गेंद को क्रॉस किया था जिस पर रोनाल्‍डो ने हेडर लगाने की कोशिश की थी, लेकिन रिप्ले में दिखा था कि वह गेंद को पूरी तरह मिस कर गए थे.


साउथ कोरिया को नहीं मिला आखिरी मौका


ग्रुप H के फाइनल राउंड मुकाबले में साउथ कोरिया और घाना की भिड़ंत हुई थी. मैच के अंतिम लम्हों तक घाना की टीम आगे चल रही थी और कोरिया के खिलाड़ी लगातार स्कोर बराबर करने की कोशिश में लगे थे. अतिरिक्त समय के आखिरी मिनट में कोरिया को कॉर्नर किक मिला था, लेकिन रेफरी ने मैच को समाप्त घोषित कर दिया.


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