गोल्ड कोस्ट: ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में चल रहे 21वें कॉमनवेल्थ गेम्स के पहले ही दिन गुरुराजा ने भारत के लिए पदकों का खाता खोल दिया है. गुरुराजा ने वेटलिफ्टिंग (56 किलो वर्ग) में कुल 249 किलो वजन उठाकर भारत की झोली में सिल्वर मेडल डाला.


कॉमनवेल्थ गेम्स में डेब्यू कर रहे 25 साल के गुरुराजा ने अपना सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत प्रदर्शन दोहराते हुए 249 किलो ( 111 और 138 ) वजन उठाया. मलेशिया के तीन बार के चैम्पियन मोहम्मद इजहार अहमद ने खेलों में नया रिकार्ड बनाते हुए 261 किलो ( 117 और 144 ) वजन उठाकर गोल्ड मेडल जीता.


जीत के बाद गुरुराजा ने कहा, ''मुझे बहुत खुशी है कि इन खेलों में भारत का पहला पदक जीता. यह मेरे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के आसपास भी नहीं है लेकिन मुझे रजत पदक जीतने की खुशी है.''


गुरुराजा स्नैच के बाद तीसरे स्थान पर थे जिन्होंने दो प्रयास में 111 किलो वजन उठाया. क्लीन और जर्क में पहले दो प्रयास में वह नाकाम रहे लेकिन आखिरी प्रयास में 138 किलो वजन उठाकर रजत सुनिश्चित किया.


उन्होंने कहा, ''मुझे समझ में नहीं आया कि मेरे दूसरे लिफ्ट को वैध क्यो नहीं माना गया. यदि इसे वैध माना जाता तो मैं बेहतर लिफ्ट करके गोल्ड भी जीत सकता था. मैं फिर भी खुश हूं.''


अहमद ने अपने हमवतन हामिजान अमीरूल इब्राहिम का 116 किलो का स्नैच का रिकार्ड बेहतर किया जो उन्होंने 2010 दिल्ली कॉमनवेल्थ गेम्स में बनाया था. उन्होंने ओवरआल रिकार्ड भी तोड़ा जो इब्राहिम के ही नाम था.


श्रीलंका के लकमल चतुरंगा को ब्रॉन्ज मेेडल मिला. भारतीय वायुसेना के निचली श्रेणी के कर्मचारी गुरुराजा का यह पदक उनकी अपार मेहनत और कुछ अच्छी किस्मत का नतीजा है. ट्रक ड्राइवर के बेटे गुरूराजा पहलवान बनना चाहते थे लेकिन कोच की पैनी नजरों ने उनमें भारोत्तोलन की प्रतिभा देखी और इस खेल में डेब्यू कराया.