पूर्व भारतीय हरफनमौला खिलाड़ी युवराज सिंह ने एमएसके प्रसाद की अगुवाई वाली राष्ट्रीय चयन समिति पर निशाना साधते हुए कहा कि निश्चित तौर पर एक बेहतर चयन समिति की जरूरत है. युवराज ने यहां संवाददाताओं से कहा, "निश्चित तौर पर हमें बेहतर चयनकर्ताओं की जरूरत है चयनकर्ताओं का काम आसान नहीं होता है. जब भी वे 15 खिलाड़ियों का चयन करेंगे तब ऐसी बातें होंगी कि उन 15 खिलाड़ियों का क्या होगा जिन्हें टीम में मौका नहीं मिला. यह मुश्किल काम है लेकिन मुझे लगता है कि आधुनिक क्रिकेट को लेकर उनकी सोच उस स्तर तक नहीं है जैसी कि होनी चाहिए थी."


उन्होंने कहा, "मैं हमेशा से खिलाड़ियों के हितों की रक्षा का समर्थन करता हूं और उनके बारे में सकारात्मक सोच रखता हूं. आप किसी खिलाड़ी या टीम के बारे में नकारात्मक सोच कर सही नहीं करेंगे."

पूर्व खिलाड़ी ने साथ ही कहा, "आपके असली चरित्र का तभी पता चलता है जब खिलाड़ी का समय साथ नहीं देता है और आप खिलाड़ियों को प्रेरित करते हैं. बुरे समय में, हर कोई बुरी बात करता है. निश्चित रूप से हमें बेहतर चयनकर्ताओं की जरूरत है."

2011 विश्व कप में मैन ऑफ द टूर्नामेंट रहे युवराज ने साथ ही विश्व कप में विजय शंकर को चुने जाने के बाद अब दोबारा उन्हें नहीं चुने जाने को लेकर पांच सदस्यीय चयन समिति की भी आलोचना की.

भारत के लिए 304 वनडे मैच खेलने वाले युवराज ने कहा, "बीच में आपका विजय शंकर भी था और अब वो गायब है. आप उसे खिलाते हैं और फिर उसे हटा देते हैं. आप ऐसे कैसे खिलाड़ी बनाएंगे? आप खिलाड़ी को 3-4 पारियां देकर नहीं बना सकते. आपको किसी को लंबे समय तक मौका देना होता है." 37 वर्षीय युवराज ने इस साल जून में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था और अब वह अबू धाबी टी 10 लीग में खेलते नजर आएंगे.