लिसेस्टर: महिला विश्व कप में लगातार चार जीत के बाद भारतीय महिला टीम को साउथ अफ्रीका के खिलाफ अपने 5वें मैच में हार का सामना करना पड़ा. साउथ अफ्रीका से मिले 274 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम 46 ओवरों में मात्र 158 रन बनाकर ढेर हो गई.



इस विश्व कप में भारतीय टीम की यह पहली हार है. हालांकि भारतीय टीम इस हार के बावजूद पांच मैचों में चार जीत के साथ अंकतालिका में दूसरे स्थान पर बनी हुई है. भारत के लिए दीप्ति शर्मा (60) और झूलन गोस्वामी (48) ही संघर्ष कर सकीं. इन दोनों के अलावा सिर्फ पूनम राउत (22) और एकता बिष्ट (13) ही दहाई का आंकड़ा पार कर सकीं.



बड़े स्कोर का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत बेहद खराब रही. ओपनर बल्लेबाज स्मृति मंधाना (4) लगातार तीसरे मैच में दहाई तक पहुंचने से पहले पवेलियन लौटीं. इसके बाद पूनम और दीप्तिा ने दूसरे विकेट के लिए 43 रनों की साझेदारी कर टीम को संभालने की पूरी कोशिश की.



लेकिन 12वें ओवर की आखिरी गेंद पर पूनम के आयाबोंगा खाका के हाथों क्लीन बोल्ड होकर लौटने के साथ ही जैसे विकेट गिरने का सिलसिला शुरू हो गया. 20वें ओवर तक 65 के कुल योग पर भारत के सात विकेट गिर चुके थे, जहां से दक्षिण अफ्रीका की जीत पक्की लगने लगी थी.



दीप्तिा ने यहां झूलन के साथ 53 रनों की साझेदारी कर भारतीय संघर्ष को तो जिंदा रखा, लेकिन धीमी रन गति के चलते भारत की जीत लगभग खत्म हो चुकी थी. 111 गेंदों में पांच चौके लगाकर अर्धशतक जमाने वाली दीप्ति का संघर्ष 39वें ओवर की पहली गेंद पर कप्तान डेन वैन निकर्क ने समाप्त किया. झूलन 79 गेंदों में छह चौके लगाकर अंत तक नाबाद रहीं, हालांकि भारत को जीत दिलाने में असफल रहीं.



दक्षिण अफ्रीका के लिए निकर्क ने सर्वाधिक चार विकेट हासिल किए, जबकि खाका को दो विकेट मिले. दक्षिण अफ्रीका पांच मैचों में तीसरी जीत हासिल कर चौथे पायदान पर है. इससे पहले, टॉस हारकर पारी शुरू करने उतरी दक्षिण अफ्रीका के लिए लीजेले ली ने सर्वाधिक 92 रन बनाए. निकर्क बल्ले से भी उल्लेखनीय 57 रनों का योगदान दिया.



टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला करने वाली भारतीय कप्तान मिताली राज को शिखा पांडे ने दूसरे ओवर में ही विकेट दिलाकर अपने फैसले पर गर्व करने का मौका दिया. शिखा ने लॉरा वोल्वार्डट (1) को बोल्ड कर भारत को पहली सफलात दिलाई.



लेकिन इसके बाद ली और तृषा चेट्टी (24) ने खूंटा गाड़ लिया. दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 91 रनों की साझेदारी की. पिछले मैच में शानदार प्रदर्शन करने वाली एकता ने चेट्टी को आउट कर इस साझेदारी को तोड़ा.



ली को 132 के कुल स्कोर पर हरमनप्रीत कौर ने आउट किया. 65 गेंदों में 10 चौके और सात छक्कों से तूफानी पारी खेलने वाली ली 21वें ओवर की चौथी गेंद पर एलबीडब्ल्यू करार दे दी गईं. मिग्नोन डु प्रीज (22) और मारिजाने कैप (29) क्रमश: 160 और 162 रनों के कुल स्कोर पर पवेलियन लौट गईं. यहां अफ्रीकी टीम थोड़ी संकट में आ गई थी.



कप्तान ने हालांकि जिम्मेदारी भरी पारी खेली और एक छोर पर खड़ी रहीं. अंत में उन्होंने सुने लुस (16), चोले ट्रायोन (24) के साथ छोटी-छोटी साझेदारियां कर टीम को चुनौती पूर्ण स्कोर तक पहुंचाया.



49वें ओवर की चौथी गेंद पर शिखा ने उन्हें पवेलियन लौटाया. उन्होंने अपनी पारी में 66 गेंदें खेलीं और सात चौके के अलावा एक छक्का लगाया. भारत के लिए शिखा ने तीन विकेट लिए. एकता और हरमनप्रीत को दो-दो सफलताएं मिलीं. पूनम यादव और झूलन के हिस्से एक-एक विकेट आया.