आईसीसी क्रिकेट विश्वकप 2019 के सेमीफाइनल में न्यूज़ीलैंड के हाथों 18 रनों से हार के साथ भारतीय टीम का विश्व विजय होने का सपना टूट गया है. टीम इंडिया की इस हार के बाद भारतीय क्रिकेटप्रेमी और जानकार सभी ने इस बात पर सवाल उठाए कि आखिर क्यों इस मुश्किल परिस्थिति में भी धोनी को नंबर 7 पर बल्लेबाज़ी करने के लिए भेजा गया.


टीम इंडिया के मुख्य कोच रवि शास्त्री ने विश्वकप से विदाई के बाद इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा है कि धोनी को नीचे भेजना का फैसला टीम का था.

रवि शास्त्री ने कहा, ''ये टीम का फैसला था, सभी इस फैसले के साथ थे और ये साधारण सा फैसला था. आप लोग ये चाहते थे कि धोनी जल्दी बल्लेबाज़ी के लिए आएं और फिर अगर वो जल्दी आउट हो जाते तो फिर लक्ष्य हासिल करना की जो चेज़ थी वो पहले ही खत्म हो जाती. हमें आखिर में उनके अनुभव की ज़रूरत थी. वो टीम के सर्वश्रेष्ठ फिनिशर हैं और अगर हम उनका इस तरह से इस्तेमाल नहीं करते तो फिर ये पाप होता. पूरी टीम इस बारे में स्पष्ट थी.''

इतना ही नहीं इसके अलावा उन्होंने रिषभ पंत के ऊपर बल्लेबाज़ी का भी बचान किया. रवि शास्त्री ने कहा, ''पंत जब बल्लेबाज़ी के लिए गए तो वो अच्छी तरह खेल रहे थे. खासकर न्यूज़ीलैंड के तेज़ गेंदबाज़ ट्रेंट बोल्ट के खिलाफ भी. लेकिन अगर वो नॉट-आउट लौटते तो शायद आप लोग ऐसा कहते. लेकिन टीम ने जिस तरह से विकेटों के गिरने के बाद भी फाइट दिखाई मैं उससे खुश हूं.''

इसके अलावा रवि शास्त्री ने टीम के सभी खिलाड़ियों से हार के बाद कहा कि ''खुद पर गर्व करो और बाहर उठे हुए सिर के साथ जाओ. वो खराब 30 मिनट आपसे ये सच नहीं छीन सकते कि पिछले कुछ सालों में तुम एक सर्वश्रेष्ठ टीम हो. ये बात तुम सभी लोग जानते हैं. कोई एक टूर्नामेंट, एक सीरीज़ और 30 मिनट का खेल ये तय नहीं कर सकता. तुम लोगों ने ये इज्ज़त कमाई है. बिल्कुल हम सभी इससे दुखी और निराश हैं. लेकिन आखिर आपको उस पर गर्व करना चाहिए जो आपने पिछले 2 सालों में कमाया है.''

बीते बुधवार को इंग्लैंड मैनचेस्टर में ओल्ड ट्रेफर्ड में खेले गए मुकाबले में भारत को न्यूज़ीलैंड के हाथों 18 रनों से हार झेलने पड़ी. जिसकी वजह से टीम विश्वकप 2019 के फाइनल में पहुंचने से पहले ही बाहर हो गई.