अभी बात सिर्फ कुछ हफ्ते पहले की है. ऑस्ट्रेलिया की टीम इंग्लैंड में थी. एशेज सीरीज चल रही थी. इंग्लैंड के गेंदबाजों के आगे ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज परेशान थे. स्टीव स्मिथ को छोड़कर ज्यादातर बल्लेबाज रन बनान के लिए संघर्ष कर रहे थे. डेविड वॉर्नर की हालत तो बहुत ज्यादा खराब थी. पांच टेस्ट मैचों में उनके बल्ले से सिर्फ 1 अर्धशतक निकला था. 8 पारियों में वो दहाई का आंकड़ा नहीं पार कर पाए थे. तीन पारी में वो अपना खाता तक नहीं खोल पाए थे. आपको याद दिला दें कि बर्मिंघम टेस्ट में उन्होंने 2 और 8 रन बनाए. लॉर्ड्स में उन्होंने 3 और 5 रन बनाए. इसके बाद लीड्स टेस्ट की पहली पारी में उन्होंने 61 रन बनाए. जो सीरीज में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था. फिर मैनचेस्टर टेस्ट की दोनों पारियों में वो खाता तक नहीं खोल पाए. आखिरी टेस्ट ओवल में था जहां उनके बल्ले से 5 और 11 रन निकले. एशेज सीरीज में ऑस्ट्रेलिया की टीम की खस्ता हालत के लिए डेविड वॉर्नर की बल्लेबाजी भी जिम्मेदार थी. ऐशेज सीरीज 2-2 की बराबरी पर खत्म हुई थी. डेविड वॉर्नर ने पूरी सीरीज में 9.5 की औसत से 95 रन बनाए थे.


पाकिस्तान के खिलाफ बोला वॉर्नर का बल्ला

अक्टूबर का महीना बीता और नवंबर में पाकिस्तान की टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलने उतरी. इस बात में कोई दो राय नहीं कि पाकिस्तान की टीम के लिए ऑस्ट्रेलिया का दौरा मुश्किल था. श्रीलंका के खिलाफ घरेलू सीरीज गंवाने के बाद से मचे बवाल से उसके खिलाड़ी और ज्यादा दबाव में थे. खास तौर पर पाकिस्तान के गेंदबाजों के लिए और ज्यादा मुश्किल थी. डेविड वॉर्नर ने इसी दबाव का फायदा उठाया. उन्होंने पहले टेस्ट मैच में शानदार 154 रन बनाए. ऑस्ट्रेलिया ने वो टेस्ट मैच पारी के अंतर से जीता. दूसरा टेस्ट मैच पिंक बॉल से था. दूसरे टेस्ट मैच में उन्होंने और तूफानी बल्लेबाजी की. उन्होंने नॉट आउट 335 रन ठोंक दिए. एक वक्त तो लग रहा था कि टेस्ट क्रिकेट में 400 रनों के ब्रायन लारा के रिकॉर्ड पर खतरा है लेकिन फिर ऑस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन ने पारी समाप्ति का ऐलान कर ब्रायन लारा के रिकॉर्ड पर मंडरा रहे खतरे को टाला. बहरहाल डेविड वॉर्नर की इस पारी के बाद पाकिस्तान टीम की हालत खराब है. पहली पारी में सौ रन के पहले पहले उसके 6 विकेट गिर चुके हैं. पाकिस्तान की टीम के लिए इस मैच में भी हार को टालना असंभव सा लग रहा है. वॉर्नर ने अपनी इस पारी में कई रिकॉर्ड भी अपने नाम किए. एडिलेड के मैदान पर अब सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में वॉर्नर ने सर डॉन ब्रैडमैन का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. डॉन ब्रैडमैन ने एडिलेड में 299 रन की नॉट आउट पारी खेली थी. अब इस मैदान पर सबसे ज्यादा 335 रन की नाबाद पारी खेलकर वॉर्नर टॉप पर आ गए हैं. उन्होंने इस पारी के दौरान दो शतकीय साझेदारियां भी कीं.

पाकिस्तानी गेंदबाजों ने क्या गलती की?

अब सवाल ये है कि एक महीने के अंतर में डेविड वॉर्नर की बल्लेबाजी में क्या बदलाव आया ? इस सवाल का जवाब है कि अंतर उनकी बल्लेबाजी में नहीं बल्कि विरोधी टीम की गेंदबाजी में आया. इंग्लैंड के लिए स्टुअर्ट ब्रॉड ने जिस सोझ-समझ के साथ डेविड वॉर्नर के खिलाफ गेंदबाजी की थी वो सूझबूझ पाकिस्तानी गेंदबाजों में नजर नहीं आई. स्टुअर्ट ब्रॉड बाहरी क्रीज से गेंदबाजी कर रहे थे. राउंड द विकेट एंगल के साथ उनकी गेंदबाजी ऐसी थी जिस पर डेविड वॉर्नर या तो बोल्ड हो रहे थे या एलबीडब्लू. जब वो इससे बचते थे तो ब्रॉड बड़ी सूझबूझ से गेंद को टप्पे के बाद बाहर निकाल रहे थे. पाकिस्तान के गेंदबाजों ने वॉर्नर के खिलाफ शॉर्ट ऑफ लेंथ गेंदबाजी तो की. लेकिन उनकी गेंद के निशाने पर विकेट था ही नहीं. गेंद टप्पा खाकर ऑफ स्टंप के बाहर से बगैर वॉर्नर को परेशान किए निकलती रही. बल्कि वॉर्नर ने जब गेंद में स्विंग और स्वीम महसूस नहीं की तो उन्होंने पाकिस्तानी गेंदबाजों पर कट शॉट भी जमकर लगाया.