कोरोना वायरस की वजह से बीते एक साल में क्रिकेटर्स की जिंदगी बेहद मुश्किल हो गई है. ना सिर्फ बायो बबल की वजह से बल्कि मौजूदा हालात को देखते हुए भारतीय क्रिकेटर वॉशिंगटन सुंदर को अपने पिता से दूर रहना पड़ा. वाशिंटगन सुंदर के पिता का कहना है कि वह कोरोना वायरस के खतरे के कारण अपने लड़के से दूर रह रहे हैं. 


वॉशिंगटन सुंदर इंग्लैंड जाने वाली भारतीय टीम का हिस्सा हैं और वह बुधवार को इंग्लैंड रवाना होने से पहले मुंबई पहुंचे हैं. सुंदर के पिता एम. सुंदर चेन्नई में आयकर विभाग में काम करते हैं, जिस कारण उन्हें सप्ताह में दो-तीन दफ्तर जाना पड़ता है.


सुंदर के पिता नहीं चाहते कि उनकी वजह से बेटे को कोरोना का जोखिम उठना पड़े. सुंदर के पिता ने कहा, "सुंदर आईपीएल के बाद जब घर आए तो मैं अलग घर में रहता था. मेरी पत्नी और बेटी सुंदर के साथ रहती थी, क्योंकि ये लोग घर से बाहर नहीं निकलते हैं. मैं सुंदर को वीडियो कॉल पर देखता हूं. मैं नहीं चाहता कि उसे मेरी वजह से कोरोना का जोखिम उठाना पड़े."


सुंदर का सपना है इंग्लैंड में खेलना


एम सुंदर ने कहा कि उनके बेटे का इंग्लैंड में टेस्ट क्रिकेट खेलने का सपना था. वॉशिंगटन सुंदर के पास अब पिता के इस सपने को पूरा करने का अच्छा मौका है. सुंदर के पिता ने कहा, "सुंदर हमेशा लॉर्ड्स और इंग्लैंड के अन्य जगहों में खेलना चाहते थे. वह किसी भी कीमत पर यह दौरा मिस नहीं करना चाहते थे."


बता दें कि वॉशिंगटन सुंदर ने इस साल की शुरुआत में ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर ब्रिस्बेन टेस्ट में डेब्यू किया था. अपने पहले ही मैच में सुंदर ने बल्ले और गेंद से कमाल का प्रदर्शन करते हुए इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में अपनी जगह पक्की कर ली. इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भी सुंदर बल्ले से अपने शानदार फॉर्म को जारी रखने में कामयाब रहे थे. 


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