IPL 2025, Virat Kohli, BCCI New Rule: ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज गंवाने के बाद से भारतीय टीम के लिए BCCI ने कुछ नए नियम बनाए हैं. इसमें से एक नियम खिलाड़ियों के परिवार से जुड़ा है. बोर्ड के इस नियम पर स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने सवाल उठाए हैं.
RCB के पूर्व कप्तान विराट कोहली ने टीम के दौरों पर खिलाड़ियों के परिवारों की मौजूदगी का समर्थन करते हुए कहा कि वह अपने होटल के कमरे में अकेले उदास रहने के बजाय मैदान पर मुश्किल और तनावपूर्ण दिनों से निपटने के लिए हमेशा अपने पास व्यक्तिगत समर्थन रखना पसंद करेंगे.
भारत को ऑस्ट्रेलिया से टेस्ट सीरीज में मिली 1-3 की हार के बाद बीसीसीआई द्वारा जारी निर्देश में 45 दिन से अधिक के दौरे पर खिलाड़ियों के परिवार के साथ समय बिताने की सीमा 14 दिन तक सीमित कर दी थी. इसके अनुसार खिलाड़ियों की पत्नी, बच्चे या महिला मित्र (गर्लफ्रेंड) छोटे दौरों पर अधिकतम एक हफ्ते तक उनके साथ रह सकते हैं.
हाल ही में खत्म हुई चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान विराट कोहली, "रवींद्र जडेजा और मोहम्मद शमी के परिवार दुबई में थे, लेकिन वे टीम होटल में नहीं रुके और परिवारों के ठहरने का खर्च खिलाड़ियों ने उठाया, बीसीसीआई ने नहीं."
कोहली ने शनिवार को आरसीबी के ‘इनोवेशन लैब’ सम्मेलन के दौरान कहा, "लोगों को परिवार की भूमिका समझाना बहुत मुश्किल है. हर बार जब आप किसी तनावपूर्ण स्थिति में होते हैं तो अपने परिवार के पास वापस आना कितना महत्वपूर्ण होता है. मुझे नहीं लगता कि लोगों को इसकी अहमियत की समझ है."
कोहली ने कहा कि परिवार के साथ होने से खिलाड़ी को मैदान पर मिली निराशा से जल्दी उबरने में मदद मिलती है. उन्होंने कहा, "मैं अपने कमरे में जाकर अकेले बैठकर उदास नहीं रहना चाहता. मैं सामान्य होना चाहता हूं. तभी आप अपने खेल को एक जिम्मेदारी के रूप में ले सकते हैं."
कोहली ने कहा, "आप बाहर की अपनी प्रतिबद्धता पूरी करते हैं और फिर आप अपने घर वापस आते हैं, आप परिवार के साथ होते हैं और आपके घर में माहौल बिलकुल सामान्य होता होती है और सामान्य पारिवारिक जीवन चलता रहता है. इसलिए मेरे लिए यह बहुत खुशी का दिन होता है. जब भी संभव होता है, मैं अपने परिवार के साथ बाहर जाने और समय बिताने का कोई अवसर नहीं छोड़ता."
इस 36 साल के खिलाड़ी ने कहा, "मुझे इससे बहुत निराशा हुई, क्योंकि जिनका इस मामले में कोई लेना देना नहीं था, उन्हें भी चर्चा में शामिल किया गया जिन्होंने कहा, ‘ओह, शायद खिलाड़ियों को परिवार से दूर रखा जाना चाहिए'. और अगर आप किसी खिलाड़ी से पूछें कि क्या आप चाहते हैं कि आपका परिवार हर समय आपके आस-पास रहे? तो वे ‘हां’ ही कहेंगे."