टीम इंडिया शुभमन गिल की कप्तानी में इस वक्त इंग्लैंड दौरे पर है. भारतीय टीम 5 मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला हार चुकी है. हेडिंग्ले टेस्ट में शुभमन गिल की कप्तानी में भारत को इंग्लैंड के हाथों करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा था. अब सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच बर्मिंघम के एजबेस्टन मैदान पर खेला जाना है और यह वही मैदान है, जहां भारतीय टीम ने आज तक कोई टेस्ट मैच नहीं जीता है.

दरअसल, टेस्ट इतिहास में ऐसे कई मैदान हैं जहां भारतीय टीम ने दशकों से मैच खेले हैं, लेकिन कभी भी जीत का स्वाद नहीं चखा. इनमें से कुछ विदेशी मैदान तो भारतीय क्रिकेट के लिए 'कभी न फतह होने वाला किला' साबित हुए हैं. आइए जानते हैं ऐसे 5 मैदानों के बारे में, जहां टीम इंडिया को अब तक टेस्ट में जीत नहीं मिल सकी है.

एजबेस्टन, बर्मिंघम (इंग्लैंड)

कुल मैच खेले- 8

नतीजा- 7 हार, 1 ड्रॉ

सबसे पहली हार- 1967 में

भारत ने इस मैदान पर पहली बार मंसूर अली खान पटौदी की कप्तानी में 1967 में मैच खेला था, जिसमें उसे 132 रन से हार मिली थी. इसके बाद भी इंडिया को विराट कोहली, धोनी, द्रविड़ और गांगुली तक की कप्तानी में इस मैदान पर हार का सामना करना पड़ा है. अब शुभमन गिल के पास मौका है इतिहास बदलने का.

गद्दाफी स्टेडियम, लाहौर (पाकिस्तान)

कुल मैच खेले- 7

नतीजा- 2 हार, 5 ड्रॉ

लाहौर का गद्दाफी स्टेडियम हमेशा से भारत के लिए 'नो विन जोन' रहा है. यहां खेले गए सातों मैचों में टीम इंडिया को कभी जीत नहीं मिली.इस मैदान पर खेले गए अधिकतर मुकाबले ड्रॉ रहे हैं, लेकिन भारतीय टीम को दो बार हार भी झेलनी पड़ी है.

केनिंग्स्टन ओवल, वेस्टइंडीज

कुल मैच खेले- 9

नतीजा- 7 हार, 2 ड्रॉ

वेस्टइंडीज का यह ऐतिहासिक मैदान भारत के लिए कभी शुभ नहीं रहा है. यहां टीम इंडिया ने कुल 9 टेस्टमैच खेले हैं लेकिन एक बार भी जीत नहीं सकी. सात बार हार और दो बार ड्रॉ के साथ भारत इस मैदान पर जीत के लिए आज भी तरस रहा है.

ओल्ड ट्रैफर्ड, मैनचेस्टर (इंग्लैंड)

कुल मैच खेले- 9

नतीजा- 4 हार, 5 ड्रॉ

इंग्लैंड का एक और ऐतिहासिक मैदान ओल्ड ट्रैफर्ड भी भारत के लिए अजेय बना हुआ है. यहां भारत को चार बार हार का मुंह देखना पड़ा है जबकि पांच मुकाबले ड्रॉ रहे हैं.

नेशनल स्टेडियम, करांची (पाकिस्तान)

कुल मैच खेले- 6

नतीजा- 3 हार, 3 ड्रॉ

करांची के इस मैदान पर भारत ने 6 बार टेस्ट मुकाबले खेले हैं, लेकिन जीत की तलाश अभी भी अधूरी है.इस मैदान पर भारत ने तीन मैचों में हार झेली है और बाकी तीन ड्रॉ रहे हैं. यहां भी टीम इंडिया का ट्रैक रिकॉर्ड बेहद खराब रहा है.