India Lowest Innings Totals In ODI: वनडे क्रिकेट में सबसे कम स्कोर पर ऑल आउट होने के मामले में जिम्बाब्वे पहले स्थान पर है. उसे श्रीलंका ने अप्रैल 2004 में महज 35 रनों के स्कोर पर ऑल आउट कर दिया था. इस मामले में टीम इंडिया 10वें स्थान पर है. भारतीय क्रिकेट टीम को भी श्रीलंका ने महज 54 रनों के स्कोर पर ऑल आउट कर दिया था. इस मैच में श्रीलंका के पूर्व गेंदबाज चामिंडा वास ने भारतीय बल्लेबाजों को अपने जाल में फंसाया था. उन्होंने 5 विकेट झटके थे. यह मुकाबला चैंपियंस ट्रॉफी में खेला गया था. 


साल 2000. टीम इंडिया शारजाह में चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल मैच खेल रही थी. सामने थी उस समय की दिग्गज टीमों में से एक श्रीलंका. भारतीय टीम सौरव गांगुली की कप्तानी में मैच खेल रही थी. श्रीलंका ने टॉस जीता और पहले बैटिंग का फैसला किया. कप्तान सनथ जयसूर्या और रोमेश कालूवितर्णा ओपनिंग करने आए. रोमेश को जहीर खान ने महज 15 रनों के निजी स्कोर पर आउट कर दिया. मर्वन अट्टापट्टू 9 रन और महेला जयवर्धने 3 रन बनाकर आउट हुए. कुमार संगाकारा भी महज 8 रन के स्कोर पर आउट हुए. 


कप्तान जयसूर्या भारतीय टीम के लिए बड़ी दिक्कत बन गए. उन्होंने 161 गेंदों का सामना करते हुए 4 छक्कों और 21 चौकों की मदद से 189 रन बनाए. हालांकि इसके बाद वे सौरव गांगुली के ओवर में आउट हुए. इस पारी में रसेल अर्नाल्ड 52 रन बनाकर नाबाद रहे. इस तरह श्रीलंका ने 50 ओवरों में 299 रन बना लिए. 


अब बारी थी टीम इंडिया की. भारतीय टीम के लिए यह पारी किसी भयानक सपने से कम नहीं रही होगा. किसी को अंदाजा तक नहीं रहा होगा कि वे इस पारी में महज 54 रनों पर ऑल आउट हो जाएंगे. कप्तान गांगुली और सचिन तेंदुलकर ओपनिंग करने आए. गांगुली 3 रन और तेंदुलकर 5 रनों के निजी स्कोर पर आउट हुए. यहां से चामिंडा वास ने भारतीय टीम के खात्मे की शुरुआत की. वास ने युवराज सिंह और विनोद कांबली को 3-3 रनों के निजी स्कोर पर आउट किया. इसी तरह पूरी भारतीय टीम ताश के पत्तों की तरह बिखर गई. 


इस पारी में श्रीलंका के लिए चामिंडा वास ने 5 विकेट झटके. उन्होंने 9.3 ओवरों में महज 14 रन दिए और 1 मेडन ओवर निकाला. वहीं मुथैया मुरलीधरन ने 6 ओवरों में 3 मेडन ओवर निकालते हुए 3 विकेट चटकाए. उन्होंने 6 रन दिए. इस मैच में भारतीय टीम 26.3 ओवरों में 54 रन बनाकर ऑल आउट हो गई. भारत को यह मैच 245 रनों से गंवाना पड़ा. यह चैंपियंस ट्रॉफी 2000 का फाइनल मैच था. श्रीलंका ने खिताब पर शानदार तरीके से कब्जा किया.