Dwayne Bravo Retired from International Cricket: गुरुवार को श्रीलंका के खिलाफ हार के बाद 'डिफेंडिंग चैंपियन' वेस्टइंडीज 2021 टी20 विश्व कप से बाहर हो गई. टूर्नामेंट में कैरेबियाई टीम की यह तीसरी हार थी. इस हार के बाद टीम के  'सुपरस्टार' ऑलराउंडर ड्वेन ब्रावो ने कहा कि वह आईसीसी टी20 विश्व कप के अंत में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लेंगे. हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि वह फ्रेंचाइज़ी क्रिकेट खेलना जारी रखेंगे या नहीं. लेकिन उन्होंने यह साफ कर दिया है कि 6 नवंबर को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 विश्व कप में उनकी टीम का आखिरी लीग मैच उनके इंटरनेशनल करियर का अंतिम मैच होगा.


इसी साल अगस्त में वेस्टइंडीज के कप्तान कीरन पोलार्ड ने घोषणा की थी कि ड्वेन ब्रावो ने कैरेबियन में अपना अंतिम टी20 इंटरनेशनल खेला था. गुरुवार को श्रीलंका के खिलाफ हार के बाद ब्रावो ने पूर्व कप्तान डैरेन सैमी और आईसीसी के मैच के बाद के फेसबुक शो में कमेंटेटर एलेक्स जॉर्डन के साथ बातचीत में इसकी पुष्टि की है कि वह अपने अब नहीं खेलेंगे.


ब्रावो ने कहा, "मुझे लगता है कि समय आ गया है, मेरा करियर बहुत अच्छा रहा है. 18 साल तक वेस्टइंडीज का प्रतिनिधित्व करने के लिए, कुछ उतार-चढ़ाव थे, लेकिन जब मैं इसे देखता हूं तो महसूस करता हूं कि मैं इस क्षेत्र और कैरेबियाई लोगों का इतने लंबे समय तक प्रतिनिधित्व करने के लिए बहुत आभारी हूं."


उन्होंने आगे कहा, "तीन आईसीसी ट्रॉफियां जीतने के लिए, दो मेरे कप्तान (डैरेन सैमी) के साथ, एक बात पर मुझे गर्व है कि क्रिकेटरों के युग में हम वैश्विक मंच पर अपना नाम बनाने में कामयाब रहे." दो बार के टी20 विश्व कप विजेता, ब्रावो ने वेस्टइंडीज के लिए 90 टी20 इंटरनेशनल खेले हैं, जिसमें 78 विकेट लिए हैं और 1000 से ज्यादा रन बनाए हैं. सीम बॉलिंग करने वाले इस ऑलराउंडर ने 2004 में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डेब्यू किया, और अब तक 293 मैच खेल चुके हैं.


इस अनुभवी खिलाड़ी ने सीमित ओवरों के क्रिकेट में वेस्टइंडीज की भविष्य की उन संभावनाओं के बारे में बात की, जो कि अगली पीढ़ी की मदद कर सकता है. उन्होंने कहा, "मैं अब युवा खिलाड़ियों के साथ जो भी मेरे पास अनुभव और जानकारी है, उसे देने की कोशिश करना चाहता हूं. मुझे लगता है कि सफेद गेंद के प्रारूप में वेस्टइंडीज क्रिकेट का भविष्य उज्‍जवल है और हमारे लिए यह महत्वपूर्ण है कि हम लोगों का समर्थन करते रहें और उन्हें प्रोत्साहित करते रहें."


ब्रावो ने कहा कि यह वैसा विश्व कप नहीं था जिसकी हमें उम्मीद थी, यह विश्व कप वैसा नहीं साबित हुआ जिसे हम खिलाड़ी के रूप में चाहते थे. हमें अपने लिए खेद नहीं होना चाहिए, यह एक कठिन प्रतियोगिता थी, हमें अपना मनोबल ऊंचा रखना चाहिए. ब्रावो ने उस विरासत के बारे में गर्व से बात की, जिसे उनकी पीढ़ी के वेस्टइंडीज के क्रिकेटरों ने नई पीढ़ी के लिए छोड़ा है.