Ravi Shastri on Jasprit Bumrah: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने बताया कि स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए बेताब थे. बता दें कि बुमराह को सीमित ओवर की क्रिकेट में इंटरनेशनल लेवल पर 2016 में मौका मिला था, लेकिन अगले दो साल तक वह टेस्ट डेब्यू नहीं कर सके थे. 


जसप्रीत बुमराह ने जब इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखा था तो सभी उन्हें सीमित ओवरों की क्रिकेट का विशेषज्ञ मानते थे. हालांकि, बुमराह को यह टैग बिल्कुल भी पसंद नहीं थे. इसका खुलासा टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने किया है. 


जसप्रीत बुमराह आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में पहला स्थान हासिल करने वाले पहले भारतीय तेज गेंदबाज हैं.  विशाखापट्टनम टेस्ट में टीम इंडिया की जीत के हीरो रहे बुमराह इसके बाद रेड बॉल फॉर्मेट में दुनिया के नंबर वन गेंदबाज बने. इस टेस्ट में बुमराह ने 9 विकेट झटके थे. 


रवि शास्त्री ने ‘द टाइम्स’ के लिए लिखने वाले इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल एथरटन को दिए एक साक्षात्कार में जसप्रीत बुमराह के साथ अपनी बातचीत के बारे में बताया, जिसमें इस तेज गेंदबाज ने उनसे कहा था कि टेस्ट खेलना उनकी जिंदगी का ‘सबसे बड़ा दिन’ होगा. शास्त्री ने कहा, "मुझे कोलकाता में उनसे पहली बातचीत याद है, जिसमें मैंने उनसे पूछा था कि क्या उन्हें टेस्ट क्रिकेट में दिलचस्पी है? तब उसने कहा था कि यह उसके जीवन का सबसे बड़ा दिन होगा."


उन्होंने आगे कहा, "उससे बिना पूछे ही उसे सफेद गेंद का विशेषज्ञ करार दे दिया गया. लेकिन मैं जानता था और देखना चाहता था कि उसमें टेस्ट खेलने को लेकर कितनी भूख है. मैंने उससे कहा, तैयार रहो. मैंने उसे कहा कि मैं उसे दक्षिण अफ्रीका में खिलाने जा रहा हूं. वह टेस्ट क्रिकेट में खेलने और अच्छा प्रदर्शन करने को लेकर बहुत उत्साहित है." बता दें कि बुमराह ने 2018 में दक्षिण अफ्रीका दौरे पर टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया.