स्टार क्रिकेटर श्रेयस अय्यर और ईशान किशन के बीसीसीआई सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर होने की वजह सामने आ गई है. ईएसपीएन क्रिकइंफो की रिपोर्ट के मुताबिक सिलेक्टर्स इसलिए नाराज हुए क्योंकि ईशान किशन और श्रेयस अय्यर ने घरेलू क्रिकेट को तवज्जो नहीं दिया. सिलेक्टर्स को श्रेयस अय्यर और ईशान किशन की काबिलियत पर कोई शक नहीं था, लेकिन इन दोनों खिलाड़ियों का रवैया सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर होने की वजह बना.


दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज के बाद से ही ईशान किशन ने क्रिकेट मैदान से दूरी बनाए रखी. ईशान किशन के सामने टेस्ट टीम में वापसी के लिए रणजी मैच खेलने की शर्त रखी गई थी. लेकिन ईशान किशन ने इस शर्त को नहीं माना. वहीं श्रेयस अय्यर भी ईशान किशन के रास्ते पर ही चले. इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट के बाद श्रेयस अय्यर को ड्रॉप कर दिया गया. श्रेयस अय्यर ने रणजी ट्रॉफी नहीं खेलने के लिए चोटिल होने के बहाना बनाया. हालांकि एनसीए ने अय्यर को मैच फिट करार दिया.


इस बीच बीसीसीआई सचिव जय शाह की ओर से लगातार नेशनल ड्यूटी पर शामिल नहीं खिलाड़ियों को रणजी मैच खेलने की हिदायत दी जा रही थी. ईएसपीएन क्रिकइंफो की रिपोर्ट में कहा गया, ''ईशान किशन और श्रेयस अय्यर का तरीका सही नहीं था. ईशान किशन ने आईपीएल में मुंबई इंडियंस की टीम के कप्तान हार्दिक पांड्या के साथ ट्रेनिंग करने का विकल्प चुना, जबकि श्रेयस अय्यर टीम से ड्रॉप होने के बाद कोलकाता नाइट राइडर्स के ट्रेनिंग कैंप का हिस्सा बने. दोनों ही खिलाड़ियों ने रणजी ट्रॉफी के लिए खुद को उपलब्ध नहीं रखा.''


अय्यर ने झूठ बोला


रिपोर्ट में आगे कहा गया, ''सिलेक्टर्स को काबिलियत पर कोई शक नहीं है. एनसीए आपको मैच फिट करार दे रहा है. लेकिन आप खुद को टेस्ट सीरीज के लिए उपलब्ध नहीं बता रहे हो. कैसे आपको बीसीसीआई का कॉन्ट्रैक्ट ऑफर किया जा सकता है?''


हालांकि इन दोनों खिलाड़ियों के लिए सारे रास्ते बंद नहीं हुए हैं. अगर श्रेयस अय्यर और ईशान किशन आईपीएल में दमदार प्रदर्शन करने में कामयाब रहते हैं तो फिर इनकी सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में वापसी हो सकती है.