Sachin Tendulkar Against Sourav Ganguly: सचिन तेंदुलकर को मैदान पर खूबसूरत शॉट्स खेलने के लिए जाना जाता था. सचिन उन भारतीय खिलाड़ियों में से रहे, जो फील्ड पर सिर्फ अपने काम से काम रखना पसंद करते थे. पूर्व भारतीय दिग्गज का मैदान पर दूसरे खिलाड़ियों के साथ अच्छा व्यवहार होता था. उन्हें किसी बात को लेकर खिलाड़ियों से उलझना पसंद नहीं था. इसी के चलते एक बार सचिन तेंदुलकर लॉर्ड्स के मैदान पर सौरव गांगुली के खिलाफ हो गए थे. 


दरअसल, 13 जुलाई 2002 को लॉर्ड्स में नेटवेस्ट ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला इंग्लैंड के खिलाफ खेला गया था. मुकाबले में भारत ने 326 रनों के बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत अपने नाम की थी. मैच जीतने के बाद भारत के तत्कालीन कप्तान सौरव गांगुली ने लॉर्ड्स की बालकनी में अपनी जर्सी उतारकर हवा में लहरा दी थी, जिसके बाद वो खूब चर्चाओं में रहे थे. अब बीसीसीआई वाइस प्रेसिडेंट राजीव शुक्ला ने बताया कि सचिन तेंदुलकर गांगुली की इस हरकत के खिलाफ थे. 


'अनफिल्टर समधीश' से बात करते हुए बीसीसीआई वाइस प्रेसिडेंट ने बताया कि गांगुली चाहते थे टीम इंडिया के सभी खिलाड़ी जीत के बाद अपनी जर्सी उतारें, लेकिन सचिन इसके सख्त खिलाफ थे. राजीव शुक्ला ने बताया, "सचिन तेंदुलकर को लॉर्ड्स में सौरव गांगुली का जर्सी उतारने का आईडिया बिल्कुल पसंद नहीं आया था, क्योंकि तेंदुलकर की सोच थी कि ये जेंटलमैन का गेम है."


भारत ने दर्ज की थी ऐतिसाहिक जीत 


नेटवेस्ट ट्रॉफी के फाइनल में भारत ने इंग्लैंड को हराकर ऐतिहासिक जीत अपने नाम की थी. खिताबी मुकाबले में इंग्लैंड ने पहले बैटिंग करते हुए 50 ओवर में 5 विकेट पर 325 रन बोर्ड पर लगाए थे. इंग्लिश टीम के लिए नासिर हुसैन ने सबसे बड़ी 115 रनों की पारी खेली थी. इसके अलावा मार्कस ट्रेस्कोथिक ने 109 रन स्कोर किए थे. 


लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने 49.3 ओवर में 8 विकेट पर जीत अपने नाम कर ली थी. भारत के लिए मोहम्मद कैफ ने 87 रनों की सबसे बड़ी पारी खेली थी. इसके अलावा युवराज सिंह ने 69 और कप्तान सौरव गांगुली ने 60 रन बनाए थे. 


 


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