Ranji Trophy 2024 Final, Mumbai vs Vidarbha: मुंबई ने रणजी ट्रॉफी 2024 के फाइनल में विदर्भ को हराकर 42वीं बार टूर्नामेंट का खिताब अपने नाम किया. मुंबई ने मुकाबले में शानदार वापसी करते हुए जीत दर्ज की. पहली पारी में सस्ते में निपटने वाली मुंबई ने दूसरी पारी में कहर बरपाते हुए विदर्भ के आगे 538 रनों की विशाल लक्ष्य रखा. लेकिन मैच की शुरुआत से लेकर अंत तक विदर्भ की टीम ने कई गलतियां की, जिससे उन्हें खिताबी मुकाबला गंवाना पड़ा. आइए जानते हैं विदर्भ की टीम की हार के बड़े कारण. 


खराब बॉलिंग


मुकाबले में विदर्भ की टीम ने खराब बॉलिंग का मुज़ाहिरा पेश किया. भले ही उन्होंने पहली पारी में मुंबई को 224 रनों पर ऑलआउट कर लिया, लेकिन दूसरी पारी में टीम के गेंदबाज़ मुंबई के बैटर्स के आगे बिल्कुल फीके दिखाई दिए. मुंबई ने दूसरी पारी में 418 रन बोर्ड पर लगाए. 


खराब बैटिंग 


बॉलिंग के साथ विदर्भ टीम की बैटिंग भी काफी खराब रही. मुकाबले में पहले बैटिंग के लिए मुंबई को विदर्भ ने 224 रनों पर ऑलआउट कर लिया था. लेकिन फिर अपनी पहली पारी में बैटिंग करते हुए विदर्भ की टीम सिर्फ 105 रन पर ही ढेर हो गई. टीम के 6 बल्लेबाज़ दहाई का आंकड़ा भी पार नहीं कर सके, जिसमें दो गोल्डन डक शामिल रहे. 


पहली पारी में जल्दी ऑलआउट होना


पहली पारी में जल्दी ऑलआउट होना फाइनल में विदर्भ की हार का सबसे बड़े कारणों में से एक रहा. मुंबई ने मुकाबले में पहले बैटिंग करते हुए 224 रन बोर्ड पर लगाए थे. लेकिन जवाब में विदर्भ की टीम बढ़त बनाने की बजाय 105 पर ऑलआउट होकर रनों के बोझ के तले उल्टा दब गई. 


मौके को न भुना पाना


पहली पारी में जल्दी ऑलआउट होकर विदर्भ की टीम फाइनल में मुंबई के खिलाफ मौको को भुनाने में नाकाम रही. विदर्भ के गेंदबाज़ों ने पहले बैटिंग करने उतरी मुंबई को पहली पारी में 224 रन पर समेट दिया थी. फिर अपनी पहली पारी में बैटिंग करते हुए विदर्भ सिर्फ 105 रन पर ऑलआउट हो गई. अगर विदर्भ पहली पारी में बड़ा स्कोर पर मुंबई के खिलाफ बढ़त बना लेती, तो दवाब के चलते मैच का नतीजा कुछ और हो सकता था. 


 


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