R Sridhar On Rishabh Pant: भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने इंग्लैंड के खिलाफ साल 2018 में टेस्ट डेब्यू किया था. दरअसल, इंग्लैंड के खिलाफ मैच से पहले ऋद्धिमान साहा को चोट लग गई थी, जिसके बाद ऋषभ पंत टीम मैनेजमेंट के लिए ऑटोमेटिक च्वॉइस थे. हालांकि, उस वक्त ऐसा माना गया था कि ऋद्धिमान साहा की वापसी के बाद ऋषभ पंत को प्लेइंग इलेवन से बाहर जाना होगा. अब इस पर भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व फील्डिंग कोच आर. श्रीधर ने अपनी ऑटोबायोग्राफी बियोन्ड कोचिंग में जिक्र किया है. साथ ही उन्होंने ऋषभ पंत के शुरूआती दौर के संघर्ष पर अपनी बात रखी.


आर. श्रीधर ने ऋषभ पंत के शुरूआती दिनों को किया याद


आर. श्रीधर अपनी किताब बियोन्ड कोचिंग में लिखते हैं कि उस वक्त कई सारी चीजें थी, जो ऋषभ पंत के मुताबिक नहीं थी, लेकिन इस खिलाड़ी को अपने खेल पर भरोसा था, इस वजह से यहां तक पहुंचने में कामयाब रहा. उन्होंने लिखा कि इस बात को स्वीकार करने में मुझे कोई गुरेज नहीं कि ऋषभ पंत में क्रिकेट के प्रति गजब की दीवानगी थी. हालांकि, वह लिखते हैं कि ऋषभ पंत के लिए वह वक्त बहुत आसान नहीं था, लेकिन मुझे इस विकेटकीपर बल्लेबाज को अलग-अलग चीजें करने के लिए प्रेरित करने का तरीका खोजना था. दरअसल, उस वक्त में जानना चाहता था कि क्या ऋषभ पंत वाकई कीपिंग कर सकते हैं? क्या इंटरनेशनल लेवल पर कीपिंग करने की स्किल्स है?


'सर आप मेरे से क्यों कुछ कह नहीं रहे?'


आर. श्रीधर के मुताबिक, ऋषभ पंत के साथ हमने काफी वक्त बिताया. मैंने हमेशा ऋषभ पंत को टिप्स देने से परहेज किया, लेकिन एक वक्त के बाद ऋषभ पंत मेरे पास आए. उन्होंने मेरे से कहा कि सर आप मेरे से क्यों कुछ कह नहीं रहे? प्लीज आप मुझे बताईए कि क्या करना है? जिसके बाद मैंने ऋषभ पंत से कहा कि मुझे लगता है कि तुम्हें अपने हाथों के बजाय सिर पर काम करने की जरूरत है. अगर तुम ऐसा करोगे तो तुम्हें कीपिंग के दौरान गेंद पकड़ने में आसानी होगी. वहीं, इसके अलावा आर. श्रीधर ने अपनी किताब बियोन्ड कोचिंग में कई बातों का जिक्र किया है.


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