भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज वसीम जाफर ने रावलपिंडी पिच की आलोचना करते हुए कहा कि इस पिच से सिर्फ बल्लेबाजों को फायदा हुआ है, गेंदबाजों को कोई सहायता नहीं मिली है. उन्होंने कहा कि ऐसी पिचें 'टेस्ट क्रिकेट के लिए सबसे बड़ा खतरा' हैं. 


बता दें कि रावलपिंडी में पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया पहला टेस्ट ड्रॉ रहा. इस टेस्ट में कुल 1187 रन बने और सिर्फ 15 विकेट गिरे. वहीं पाकिस्तान ने अकेले चार विकेट खोकर 728 रन बनाए. पाक ने पहली पारी में चार विकेट पर 476 रन बनाए. वहीं दूसरी पारी में बिना कोई विकेट गंवाए 252 रन बनाए. 


वसीम जाफर ने ट्वीट करते हुए लिखा, "मुझे यह मनोरंजक लगता है जब टेस्ट मैच चार दिन के अंदर खत्म हो जाते हैं. फिर भी टीमें ओवररेट के लिए डब्ल्यूटीसी अंक खो देती हैं. टेस्ट क्रिकेट के लिए सबसे बड़ा खतरा ओवररेट नहीं है. टेस्ट शायद ही कभी पांचवें दिन की ओर बढ़ते हैं. टेस्ट क्रिकेट के लिए सबसे बड़ा खतरा खराब पिच हैं. डेड पिच डेड गेम."


ऑस्ट्रेलिया ने आखिरी बार 1998 में पाकिस्तान का दौरा किया था जब उन्होंने टेस्ट सीरीज 1-0 से जीती थी. पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच ऐतिहासिक सीरीज खराब रही है क्योंकि टीम ने रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम की पिच पर यह टेस्ट खेला था.


पाकिस्तान ने चार विकेट पर 476 रनों पर पहली पारी घोषित की थी. वहीं, जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने 10 विकेट खोकर 459 रन बनाए थे, जिसमें पाक की टीम ने 17 रन की बढ़त बनाई है. दूसरी पारी में अब्दुल्ला शफीक और इमाम उल हक के शतक से उसने बिना कोई विकेट खोए 252 रन बनाए. शफीक ने 136 और इमाम ने 111 रनों की नाबाद पारियां खेली.


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