भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने कहा कि सिडनी टेस्ट में दर्शकों की तरफ से नस्लीय टिप्पणियां किये जाने के बाद मैदानी अंपायरों ने उनकी टीम को तीसरा टेस्ट बीच में छोड़ने का विकल्प दिया था. सिराज और उनके सीनियर साथी तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को सिडनी में लगातार दो दिन नस्लीय टिप्पणियों का शिकार होना पड़ा था, जिसके बाद भारतीय टीम प्रबंधन ने मैच रैफरी डेविड बून से शिकायत की. हालांकि, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने इसके लिये माफी भी मांगी थी.


सिराज को कुछ दर्शकों ने ‘ब्राउन मंकी’ कहा था. सिराज ने कप्तान अजिंक्य रहाणे को यह बात बताई, जिन्होंने मैदानी अंपायर पॉल रीफेल और पॉल विलसन को इसकी जानकारी दी. सिराज ने भारत पहुंचने के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, "मैंने ऑस्ट्रेलिया में अपशब्द सहे. मामला चल रहा है और देखते हैं कि मुझे इंसाफ मिलता है या नहीं. मेरा काम कप्तान को इसकी जानकारी देना था."


ऑस्ट्रेलिया में भारत के लिये सबसे ज्यादा 13 विकेट लेने वाले इस गेंदबाज ने कहा कि अंपायरों ने हमें मैच छोड़ने को कहा लेकिन रहाणे (भाई) ने कहा कि मैच नहीं छोड़ेंगे. हमने कोई गलती नहीं की है तो हम खेलेंगे.


सिराज ने कहा कि दर्शकों का खराब बर्ताव उनके लिये अच्छे प्रदर्शन की प्रेरणा बना. उन्होंने कहा, "इससे मैं मानसिक रूप से ज्यादा मजबूत हुआ. मैंने खेल पर उसका असर नहीं पड़ने दिया."


गौरतलब है कि उस घटना के बाद छह दर्शकों को मैदान से बाहर निकाल दिया गया और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का वादा किया है.


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