Mitchell Marsh on Rishabh Pant: लखनऊ सुपर जायंट्स के कप्तान ऋषभ पंत के लिए आईपीएल 2025 किसी भयावह सपने से कम नहीं गुजरा है. बतौर बल्लेबाज वह बुरी तरह फ्लॉप रहे. वहीं उनकी टीम भी प्लेऑफ में क्वालीफाई नहीं कर सकी. पंत को लखनऊ ने 27 करोड़ रुपये की बड़ी रकम में खरीदा था, लेकिन वह उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर सके. पंत के खराब प्रदर्शन पर उनके साथी खिलाड़ी मिशेल मार्श ने बड़ा बयान दिया है.
सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ सोमवार को भी ऋषभ पंत का बल्ला नहीं चला. इस मैच में वह तीन नंबर पर बैटिंग करने उतरे थे. स्टेज सेट होने के बाद भी वह रन नहीं बना सके. लखनऊ के ओपनर मिशेल मार्श ने टीम के आईपीएल से बाहर होने के बाद कहा कि ऋषभ पंत पहले व्यक्ति होंगे, जो यह स्वीकार करेंगे कि यह सीजन उनके लिए अच्छा नहीं रहा.
लखनऊ सुपर जायंट्स को सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ सोमवार को छह विकेट से हार का सामना करना पड़ा. इसके साथ टीम प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो गई जबकि उसके दो और मैच बचे हैं. लखनऊ के कप्तान ऋषभ पंत ने 12 मैच में सिर्फ 135 रन बनाए और उनका स्ट्राइक रेट भी 100 से कम रहा.
आईपीएल 2025 में अब तक पांच अर्धशतक से 443 रन बनाने वाले मिशेल मार्श ने कहा, "वह यह कहने वाले पहले व्यक्ति होंगे कि उनका सत्र वैसा नहीं रहा जैसा उन्हें पसंद होता, लेकिन मैं व्यक्तिगत रूप से जानता हूं कि कभी-कभी क्रिकेट इसी तरह चलता है. हम जानते हैं कि वह एक शानदार खिलाड़ी हैं. बेहद कुशल और बेहद प्रतिभाशाली है, इसलिए वह वापसी करेगा."
मार्श ने आगे कहा, "मुझे लगता है कि शायद इस सत्र के बाद आत्मचिंतन का समय आएगा. मेरा ध्यान बस अपनी टीम और अपनी फ्रेंचाइजी के लिए अगले दो मैच जीतने में योगदान देने की कोशिश करने पर है. जैसा कि मैंने कहा कि आईपीएल एक बहुत बड़ा टूर्नामेंट है और इसमें जीत का अंतर बहुत कम होता है. हमने पूरे सत्र में कुछ करीबी मैच गंवाए जो अब हमें नुकसान पहुंचा रहे हैं, लेकिन हां, अब यह सब इस बारे में है कि हम जितना संभव हो सके इस सत्र को मजबूती से खत्म करें."
ऋषभ पंत को मिला आकाश चोपड़ा का साथ
भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा ने ‘जियो हॉटस्टार’ से कहा, "सफलता आपको कुछ चीजें सिखा सकती है. हालांकि असफलताएं वास्तव में आपकी मानसिकता बदल देती हैं और अक्सर अच्छे के लिए ऐसा होता है. वह भारतीय टी20 टीम के नियमित सदस्य नहीं हैं, इसलिए यह सत्र महत्वपूर्ण था. अपनी छाप छोड़ने और एक मजबूत टीम बनाने का मौका. ऐसा नहीं हुआ. उनके खुद के फॉर्म में निरंतरता की कमी रही. यह अपने आप में एक और सबक है. क्या वह टी20 में भी इसी रवैय पर टिके रहेंगे या सामंजस्य बैठाएंगे?."
चोपड़ा ने कहा, "जब आप खराब दौर से गुजर रहे होते हैं तो ऐसा लगता है कि कुछ भी काम नहीं कर रहा है. रातें लंबी लगती हैं, दिन और भी लंबे, तब आप सीखते हैं और वापसी करते हैं. यह एक बुरा सपना रहा है. बुरे सपनों की अच्छी बात यह है कि आप अंततः जाग जाते हैं."