इंडियन प्रीमियर लीग के सीज़न 12 के 31वें मुकाबले में पहले क्वींटन डी कॉक और रोहित शर्मा के बीच 70 रनों की साझेदारी और आखिर में हार्दिक पंड्या के तूफानी 36 रनों की बदौलत मुंबई इंडियंस ने सोमवार को वानखेड़े मैदान पर हुए मुकाबले में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को 5 विकेटों से करारी शिकस्त दी. बैंगलोर की ओर से मोईन अली और युजवेंद्र चहल ने अच्छी गेंदबाज़ी करते हुए दो-दो विकेट चटकाए, लेकिन टीम को सीज़न की सातवीं हार से नहीं बचा पाए.


हार्दिक ने 16 गेंदों पर पांच चौकों और दो छक्कों की मदद से नाबाद 37 रन बनाए जिससे मुंबई ने 172 रनों का लक्ष्य 19 ओवर में ही हासिल कर लिया. हार्दिक से पहले क्विटंन डी कॉक ने 26 गेंदों पर 40 रनों की पारी खेली. उन्होंने पांच चौके और दो छक्के जड़े रोहित शर्मा ने भी 19 गेंदों पर तेज़ तर्रार 28 रन की पारी खेली. रोहित ने दो चौके और दो छक्के लगाए. सूर्यकुमार यादव ने 29 रन का योगदान दिया.




बेंगलोर ने एबी डिविलियर्स और मोईन अली के अर्धशतकों की मदद से सात विकेट पर 171 रन बनाये थे. डिविलियर्स (51 गेंदों पर 75 रन) और मोईन (32 गेंदों पर 50 रन) ने तीसरे विकेट के लिये 95 रन की साझेदारी की. मुंबई की तरफ से लसिथ मलिंगा ने 31 रन देकर चार विकेट लिये.

मुंबई की यह आठ मैचों में पांचवीं जीत है और वह दस अंक के साथ तीसरे स्थान पर पहुंच गया है. बेंगलोर की आठ मैचों में सातवीं हार है और उसकी प्लेऑफ में पहुंचने की संभावनाएं क्षीण पड़ गयी हैं.

हार्दिक की पारी ने मोईन के आलराउंड प्रदर्शन पर भी पानी फेर दिया जिन्होंने अर्धशतक बनाने के अलावा चार ओवर में 18 रन देकर दो विकेट लिये. युजवेंद्र चहल ने भी 25 रन देकर दो विकेट लिये लेकिन तीसरे स्पिनर पवन नेगी नहीं चल पाये.

मुंबई को जब 12 गेंदों पर 22 रन चाहिए थे तब हार्दिक ने नेगी के ओवर में दो चौके और दो छक्के जड़कर अपनी टीम को एक ओवर पहले जीत दिला दी. नेगी ने चार ओवर में 47 रन दिये.




डी कॉक और रोहित ने पावरप्ले में 67 रन जोड़कर मुंबई को जबर्दस्त शुरुआत दिलाई. डिकाक ने उमेश यादव पर दो चौकों से जबकि रोहित ने नवदीप सैनी पर छक्का जड़कर खाता खोला. डी कॉक ने उमेश के अगले ओवर में भी दो चौके और एक छक्का लगाया जबकि रोहित ने मोहम्मद सिराज की गेंद छह रन के लिये भेजी.

मोईन ने बल्लेबाजी के बाद गेंदबाजी में कमाल दिखाया. उन्होंने अपनी पहली चार गेंदों पर डी कॉक और रोहित को पवेलियन भेजकर बेंगलोर को थोड़ी राहत दिलायी. इशान किशन ने हालांकि नेगी के अगले ओवर में लगातार दो छक्के जड़े. उन्होंने चहल की गेंद भी छह रन के लिये भेजी लेकिन अगली गेंद पर वह स्टंप आउट हो गये.

पिच स्पिन ले रही थी और ऐसे में रन बनाना मुश्किल था. मोईन के खिलाफ सूर्यकुमार के एक अविश्सनीय छक्के को छोड़ दिया जाए तो उन्होंने रन बनाने के कम मौके दिये. मोईन ने 12 और चहल ने 13 गेंदें खाली डाली.

सूर्यकुमार के आउट होने के बाद दारोमदार पंड्या बंधुओं पर था लेकिन क्रुणाल शुरू से जूझते रहे और 21 गेंदों पर 11 रन ही बना पाये लेकिन हार्दिक ने चार गेंद में बेंगलोर की वापसी की संभावनाएं समाप्त कर दी.

इससे पहले मुंबई ने शुरू में कसी हुई गेंदबाजी की. पहले चार ओवर में केवल 21 रन बने और इस बीच जेसन बेहरेनडोर्फ ने कप्तान विराट कोहली (आठ) को विकेट के पीछे कैच कराकर बेंगलोर को करारा झटका दिया.




पार्थिव पटेल (20 गेंदों पर 28) ने बेहरनडोर्फ के अगले ओवर में तीन चौकों और एक छक्के की मदद से 19 रन बटोरे जिससे पावरप्ले तक स्कोर 45 रन की सम्मानजनक स्थिति तक पहुंच पाया. पार्थिव की आक्रामकता एक ओवर तक ही सीमित रही और हार्दिक पंड्या ने धीमी गेंद पर ललचाकर उन्हें हवा में गेंद लहराकर कैच देने के लिये मजबूर किया.

डिविलियर्स और मोईन ने यहां से जिम्मेदारी संभाली. डिविलियर्स ने शुरू में विकेट बचाये रखने को तरजीह दी और केवल ढीली गेंदों का इंतजार किया लेकिन दूसरे छोर से मोईन ने लंबे शाट जमाने के अपने कौशल का शानदार नमूना पेश किया.

मोईन ने राहुल चहर और हार्दिक की गेंदों को छह रन के लिये लहराने के बाद बेहरनडोर्फ के एक ओवर में दो छक्के जड़े. डिविलियर्स ने जहां 41 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया वहीं मोईन ने इसके लिये केवल 31 गेंदें खेली. इसके तुरंत बाद हालांकि उन्होंने मलिंगा की गेंद पर सीमा रेखा पर कैच थमा दिया. मलिंगा ने इसी ओवर में नये बल्लेबाज मार्कस स्टोइनिस (शून्य) को भी पवेलियन भेजा.




इसके बाद डिविलियर्स ने बुमराह की सम्मानजनक गेंदों को भी सीमा रेखा के दर्शन कराये. इस गेंदबाज की तेजी से उठती गेंद उनके हेलमेट से लगी लेकिन इससे डिविलियर्स विचलित नहीं हुए. मलिंगा की गेंद पर आकर्षक छक्का जमाने के बाद वह तेजी से रन चुराने के प्रयास में रन आउट हो गये. मलिंगा ने अंतिम चार गेंदों पर दो रन दिये और दो विकेट लिये.