Men's And Women's Cricket: पुरुष और महिला क्रिकेट कई मायनों में अलग है. दोनों तरह के क्रिकेट के लिए नियमों की किताब अलग-अलग है. गेंद के साइज और वजन से लेकर बाउंड़ी की लंबाई तक में दोनों तरह के क्रिकेट में बड़ा फर्क है. यहां हम पुरुष और महिला टेस्ट क्रिकेट में कुछ खास अंतरों को बता रहे हैं... 



  • महिला क्रिकेट में उपयोग की जाने वाली गेंद का वजन 140 ग्राम से 151 ग्राम के बीच होता है. इसकी परिधि 21.0 सेमी से 22.5 सेमी तक होती है. वहीं, पुरुष क्रिकेट में गेंद का वजन 156 से 163 ग्राम के बीच और परिधि 22.4 से 22.9 सेमी के बीच होनी चाहिए.

  • महिला क्रिकेट मैचों में तीन अंपायर पर्याप्त होते हैं. उन्हें मैच की मेजबानी करने वाले देश के बोर्ड द्वारा नियुक्त किया जाता है. पुरुष टेस्ट मैचों में चार अंपायर होते हैं और इन्हें आईसीसी द्वारा उनकी एलीट अंपायरों की सूची से नियुक्त किया जाता है.

  • महिलाओं के टेस्ट मैचों में प्रतिदिन 100 ओवर या 17 ओवर प्रति घंटे की दर से ओवर किए जाने का नियम है. अंतिम दिन 83 ओवर भी किए जा सकते हैं. वहीं, पुरुषों के टेस्ट मैचों के लिए 90 ओवर प्रति दिन या 15 ओवर प्रति घंटे का नियम है. यहां अंतिम दिन 75 ओवर भी पर्याप्त रहते हैं.

  • महिला टेस्ट मैचों में 150 रनों की बढ़त के साथ फॉलो-ऑन खिलाया जा सकता है जबकि पुरुष टेस्ट क्रिकेट में फॉलो-ऑन के लिए 200 रन की बढ़त होनी चाहिए.

  • महिला टेस्ट क्रिकेट में पिच के केंद्र से बाउंड्री 54.86 मीटर से 64 मीटर के बीच रखी जाती है. वहीं पुरुष क्रिकेट में सीमाएं बड़ी होती हैं. यहां 59.43 मीटर से 82.29 मीटर तक की लंबाई वाली बाउंड्री होती है.

  • महिला टेस्ट क्रिकेट में यदि कोई क्षेत्ररक्षक आठ मिनट से अधिक समय तक खेल के मैदान से अनुपस्थित रहता है, तो उसे अधिकतम 110 मिनट के लिए दंडित किया जा सकता है, जबकि पुरुष क्रिकेट में अधिकतम जुर्माना समय 120 मिनट है.


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