KL Rahul-Virat Kohli Partnership: वर्ल्ड कप 2023 के फाइनल मुकाबले की शुरुआत ठीक वैसी ही हुई थी, जैसी करोड़ों भारतीय क्रिकेट फैंस चाहते थे. यहां कप्तान रोहित शर्मा पिच पर आए और कंगारू गेंदबाजों पर इस कदर टूटे कि सभी की लाइन-लेंथ बिगाड़ डाली. रोहित जब तक पिच पर खड़े रहे, टीम इंडिया का रन रेट 8 पर रहा लेकिन यह विध्वसंक बल्लेबाज जैसे ही पवेलियन लौटा तो टीम की दशा और दिशा दोनों ही बदल गए.


रोहित के आउट होने के फौरन बाद श्रेयस अय्यर भी पवेलियन लौटे और भारतीय टीम दबाव में आ गई. पावरप्ले के दस ओवरों में जो टीम इंडिया 80 रन जड़ चुकी थी, उसे अब एक-एक रन बनाने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा था. टीम इंडिया की यह हालत तब थी जब पिच पर वर्तमान समय के दो बड़े खिलाड़ी मौजूद थे.


97 गेंदों में नहीं आई एक भी बाउंड्री
एक छोर पर विराट कोहली थे तो दूसरे छोर पर केएल राहुल खड़े थे. इन दोनों बल्लेबाजों के बीच चौथे विकेट के लिए 109 गेंद पर 67 रन की साझेदारी हुई. वर्ल्ड कप फाइनल जैसे इतने बड़े मुकाबले में दो बड़े खिलाड़ियों के बीच यह बेहद धीमी साझेदारी चौंकाने वाली रही. हालत यह थी कि इस दौरान 97 गेंद तक तो दोनों बल्लेबाजों में से किसी एक के भी बल्ले से बाउंड्री नहीं निकली. 


कोहली और केएल ने नहीं लिया रिस्क
पावरप्ले खत्म होने, ग्राउंड के बड़े होने और पिच के धीमे हो जाने को बाउंड्री नहीं आने का कारण माना जा सकता है लेकिन ये परिस्थितियां तो तब भी थी जब दूसरी पारी में ट्रेविस हेड और मार्नस लाबुशेन बल्लेबाजी कर रहे थे. हां, यह बात भी है कि दूसरी पारी में ओस गिरने लगी थी लेकिन यह भी सच है कि दूसरी पारी में स्पिनर्स को आखिरी तक टर्न भी मिल रहा था, जो पहली पारी में नदारद था. यहां कहा जा सकता है कि कोहली और केएल ने बाउंड्री जमाने का रिस्क नहीं लिया और संभवतः यह रिस्क नहीं लेना ही भारत के बड़े स्कोर तक नहीं पहुंच पाने का कारण रहा.


मैदान के हिसाब से ऑस्ट्रेलिया का तगड़ा होमवर्क 
विराट तो स्ट्राइक रोटेट करते हुए फिर भी कुछ हद तक ठीक-ठाक बल्लेबाजी कर रहे थे लेकिन केएल राहुल ने बहुत गेंदें ज़ाया की. हालांकि इसके लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम के होमवर्क को भी दाद देनी पड़ेगी. उन्होंने अहमदाबाद के स्टेडियम को देखते हुए सोची-समझी रणनीति के तहत बॉलिंग की और साथ ही फील्डिंग प्लेसमेंट भी ऐसा रखा कि भारतीय खिलाड़ी बाउंड्रीज़ को तरस गए.


केएल राहुल की धीमी पारी
विराट कोहली ने इस मुकाबले में 63 गेंद पर 54 रन की पारी खेली. उन्होंने 4 चौके जमाए. यह सभी चौके तभी आए थे, जब तक उनके साथ कप्तान रोहित शर्मा खड़े थे. उधर, केएल राहुल ने 107 गेंद पर 66 रन की धीमी पारी में महज एक चौका जमाया. यह तो निष्कर्ष निकलता ही है कि जिस पिच पर कुछ देर पहले रोहित शर्मा चौके-छक्कों की बारिश कर रहे थे, वहां एकदम बाउंड्री का यह सूखा भारत को बाद में बड़ी परेशानी में डाल गया.


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