Joe Root on Racism in Yorkshire Cricket: इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान जो रूट ने गुरुवार को कहा कि असहनीय यॉर्कशायर नस्ली प्रकरण ने खेल और लोगों के जीवन को नुकसान पहुंचाया है. रूट ने अपने बचपन के क्रिकेट क्लब में बदलाव लाने के लिए समर्थन का वादा किया. इस क्रिकेट क्लब ने हाल में कहा था कि पूर्व खिलाड़ी अजीम रफीक के संस्थागत नस्लवाद के दावे को देखते हुए किसी भी कर्मचारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी. इस मामले से निपटने के तरीके के कारण मुख्य प्रायोजकों ने इस हफ्ते क्लब के साथ नाता तोड़ लिया. 


एशेज सीरीज के लिए अभी ऑस्ट्रेलिया में मौजूद जो रूट ने यॉर्कशायर की ओर से ‘बदलाव और कार्रवाई’ की मांग की. रूट ने अपने बयान में कहा, ‘‘नस्लवाद को लेकर कोई बहस ही नहीं होनी चाहिए. यह असहनीय है.’’


इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान ने आगे कहा, ‘‘इस प्रकरण ने हमारे खेल और जीवन को नुकसान पहुंचाया है. हमें अब इससे उबरना होगा और प्रशंसकों, खिलाड़ियों, मीडिया और क्रिकेट के अंदर काम करने वालों के रूप में वापसी करनी होगी. हमारे पास मौका है कि हम सभी के लिए उस खेल को बेहतर बनाएं जिसे मैं प्यार करता हूं.’’


नस्लवाद के मुद्दे से निपटने के तरीके के लिए काउंटी की चौतरफा आलोचना हुई थी और प्रायोजकों के अलावा उसने हैडिंग्ले में इंग्लैंड के अंतरराष्ट्रीय मैचों की मेजबानी का अधिकार भी गंवा दिया. 


बता दें कि यॉर्कशायर क्रिकेट क्लब में हाल ही में पहले अज़ीम रफीक और बाद में तबस्सुम भट्ट ने नस्लवाद से जुड़े कई खुलासे किए थे. इन खुलासों से इंग्लैंड क्रिकेट में बवाल मच गया था. हालांकि, अजीम का विवाद सुलझ गया था, लेकिन तबस्सुम की बातों पर कोई एक्शन नहीं हुआ था.