Muttiah Muralitharan Test Wickets Record: श्रीलंका के पूर्व ऑफ स्पिनर मुथैया मुरलीधरन के नाम टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड दर्ज है. उन्होंने 133 टेस्ट मैचों की 230 पारियों में गेंदबाजी करते हुए 800 विकेट चटकाए. मुरलीधरन को टेस्ट से संन्यास लिए 12 साल से ज्यादा का वक्त बीत चुका है. लेकिन यह रिकॉर्ड आज भी उनके नाम दर्ज है. अब सवाल उठता है क्या साल 2023 में मुरलीधरन का टेस्ट में सर्वाधिक विकेट लेने का रिकॉर्ड टूट जाएगा? ऐसे कौन से गेंदबाज हैं जो उनके इस रिकॉर्ड को चुनौती दे सकते हैं? आइए इस बारे में आपको विस्तार से बताते हैं. 


एंडरसन रेस में आगे


मौजूदा समय में देखा जाए तो इंग्लैंड के जेम्स एंडरसन ऐसे बॉलर हैं जो मुरलीधरन के रिकॉर्ड के पास पहुंचने की क्षमता रखते हैं. यह कहना मुश्किल है कि वह मुरलीधरन के रिकॉर्ड को तोड़ पाएंगे या नहीं. एंडरसन टेस्ट में अब तक 675 विकेट ले चुके हैं. वह मुरलीधरन का रिकॉर्ड तोड़ने से अभी 126 विकेट दूर हैं. यह सच है कि जेम्स एंडरसन अपने टेस्ट करियर के आखिरी सोपान में हैं. हो सकता वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस साल खेली जाने वाली एशेज सीरीज के बाद संन्यास की घोषणा कर दें. अगर वह संन्यास नहीं भी लेते हैं तो कम से कम एकाध साल और खेलेंगे. लेकिन जैसा हम सब जानते हैं कि इंग्लैंड की टीम में रोटेशन पॉलिसी लागू है. इसलिए उन्हें सभी मैचों में खेले का मौका मिलेगा यह संभव नहीं है. इसलिए फिलहाल मुरलीधरन के रिकॉर्ड को उनसे कोई खतरा नजर नहीं आता. 


अगर हम स्टुअर्ट ब्रॉड की बात करें कि वह मुरलीधरन के रिकॉर्ड को तोड़ देंगे तो यह कहना भी ज्यादा उचित नहीं है. क्योंकि ब्रॉड 36 साल के हो चुके हैं. वह अगर बहुत फिट रहे तो ज्यादा से ज्यादा दो साल और खेलेंगे. वह मुरलीधरन के रिकॉर्ड से 235 विकेट दूर हैं. ब्रॉड टेस्ट में 566 विकेट ले चुके हैं. इस तरह वह भी मुरलीधरन का रिकॉर्ड नहीं तोड़ पाएंगे. क्योंकि उन्हें भी इंग्लैंड कि रोटेशन पॉलिसी से गुजरना होगा. इन दोनों के अलावा मौजूदा समय में जो बाकी गेंदबाज टेस्ट खेल रहे हैं वह मुरलीधरन के रिकॉर्ड को तोड़ने से कोसों पीछे हैं. 


96 से ज्यादा विकेट नहीं ले पाए गेंदबाज


आंकड़े बताते हैं कि टेस्ट क्रिकेट के 145 साल के इतिहास में आजतक कोई भी गेंदबाज एक कैलेंडर ईयर में 96 विकेट से ज्यादा नहीं ले पाया. साल 2005 में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व करिश्माई लेग स्पिनर शेन वॉर्न ने एक कैलेंडर ईयर में 96 विकेट लिए थे. यह कीर्तिमान आज भी उनके नाम दर्ज है. वहीं साल 2006 में मुरलीधरन ने एक कैलेंडर ईयर में 90 विकेट झटके थे. इन दोनों गेंदबाजों के अलावा टेस्ट इतिहास में आजतक कोई भी बॉलर एक कैलेंडर ईयर में 85 विकेट लेने से आगे नहीं निकल पाया. इसलिए मुरलीधरन का रिकॉर्ड फिलहाल महफूज नजर आ रहा है. 


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