नई दिल्लीः भारत और न्यूजीलैंड के बीच पहला टेस्ट 22 सितंबर से कानपुर में होगा. कानपुर के पिच क्यूरेटर ने इस टक्कर से पहले बताया है कि ग्रीन पार्क मैदान की पिच स्पिन गेंदबाजों के लिए मददगार होगी.
घर में अगले शिकार का इंतजार कर रहे हैं भारतीय स्पिनरों की तिकड़ी. जो अपनी फिरकी से पहले विपक्षी टीम के बल्लेबाजों के हौसला गिराते हैं और फिर हराते हैं.
भारत दौरे पर आई न्यूजीलैंड को भी स्पिन के जाल में फंसने की तैयारी हो रही है. कानपुर के पिच क्यूरेटर शिव कुमार ने बताया है कि ग्रीन पार्क मैदान की पिच स्पिनरों को मदद करने वाली होगी.
सीरीज के पहले मैच में स्पिन विकेट भारत को अच्छी शुरुआत दिलाएगी. वहीं न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों को पिच पर टिकने के लिए धैर्य दिखाना होगा. कानपुर में पिच एक बार फिर स्लो टर्नर होगी.
कानपुर में भारतीय टीम ने 7 साल पहले टेस्ट मैच खेला था. तब भी भारत के स्पिनरों ने दक्षिण अफ्रीका का 3 दिन में खेल खत्म कर दिया था.
एक नजर भारतीय स्पिनरों पर -
आर अश्विन ने भारतीय पिचों पर खेले 19 टेस्ट में 126 विकेट लिए हैं. उनका औसत रहा है 20.92 की. अश्विन 13 टेस्ट में 5 विकेट ले चुके हैं. वहीं 3 बार उन्होंने 10 विकेट निकाले हैं.
रवींद्र जाडेजा ने घर में खेले 9 टेस्ट में 50 विकेट लिए हैं. वो भी 15.7 की औसत से. घर में तो जाडेजा का औसत अश्विन से भी बेहतर है
वहीं अमित मिश्रा ने भारत में खेले 10 टेस्ट में 37.65 की औसत से 32 विकेट लिए हैं.
घर में खेली पिछली सीरीज में भी भारतीय स्पिनरों ने जीत की कहानी लिखी थी. साउथ अफ्रीका का 3-0 से क्लीन स्वीप किया था.
साउथ अफ्रीका के खिलाफ अश्विन ने 4 टेस्ट ने 31 विकेट लिए थे. पिछली सीरीज में जाडेजा ने भी 4 टेस्ट में 23 विकेट निकाले थे. मिश्रा को 2 टेस्ट में 7 विकेट मिले थे.
भारतीय स्पिनरों ने साउथ अफ्रीका के 70 में से 61 विकेट चटकाए थे. अब बारी न्यूजीलैंड की है. जिसे घर में हराने तैयारी हो रही है. पिच भी स्पिनरों के हिसाब की बनाई जा रही है.