IND Vs ENG: इंडिया और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही टेस्ट सीरीज में अंपायर्स का एक फैसला सवालों के घेरे में है. पूर्व दिग्गज क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने अंपायर द्वारा ऋषभ पंत को स्टांस बदलने के लिए कहने पर कड़ा ऐतराज जताया है. सुनील गावस्कर का कहना है कि नियम बल्लेबाज को ऐसा करने से नहीं रोकते. 


ऋषभ पंत ने खुलासा किया कि उन्हें अंपायर के कहने पर अपना स्टांस बदलना पड़ा. अंपायर का कहना था कि पंत के बाहर खड़ा होने से पिच के डेंजर एरिया में निशान बन रहे हैं. गावस्कर ने हालांकि कहा कि पिच पर जूते से बनने वाले निशान किसी बल्लेबाज के स्टांस का निर्धारण नहीं करते.


सुनील गावस्कर ने कहा, ''अगर यह सच है तो मैं सोच रहा था कि उसे अपना स्टांस बदलने के लिए क्यों कहा गया. मैंने इस बारे में केवल पढ़ा है. बल्लेबाज पिच पर कहीं भी खड़ा हो सकता है, यहां तक कि पिच के बीच में भी. बल्लेबाज कई बार स्पिनरों के खिलाफ आगे निकल कर खेलते है.''


अंपायर्स को लेकर हो रही है यह चर्चा


उनके साथी कमेंटेटर और भारत के पूर्व खिलाड़ी संजय मांजरेकर ने इसे बेतुका करार दिया. मैच के पहले दिन भारतीय पारी 78 रन पर सिमट गयी थी. पंत ने दिन के खेल के बाद इस वाकये का जिक्र किया था. उन्होंने कहा, ''मैं क्रीज के बाहर खड़ा था और मेरा अगला पांव डेंजर एरिया में आ रहा था इसलिए अंपायर ने मुझसे कहा कि मैं यहां पर खड़ा नहीं हो सकता हूं.''


बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने कहा, ''इसलिए मुझे अपना स्टांस बदलना पड़ा लेकिन एक क्रिकेटर होने के नाते मैं इस बारे में अधिक नहीं सोचता क्योंकि जो भी ऐसा करता, अंपायर उससे भी वही बात करते. मैंने अगली गेंद पर वैसा नहीं किया.''


अंपायरों के इस फैसले के बाद एक बार फिर यह चर्चा हो रही कि क्या अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद को फिर से तटस्थ अंपायरों का इस्तेमाल करना चाहिये. कोविड-19 के दौरान यात्रा प्रतिबंधों के कारण आईसीसी ने घरेलू अंपायरों के इस्तेमाल की मंजूरी दी है.


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