Virat Kohli Will be Stripped of ODI Captaincy: दक्षिण अफ्रीका के आगामी दौरे के लिए राष्ट्रीय चयनकर्ता जब भारतीय क्रिकेट टीम के चयन के लिए बैठक करेंगे तो वनडे फॉर्मेट में विराट कोहली की कप्तानी को लेकर चर्चा होगी. इसके साथ ही टेस्ट टीम में अजिंक्य रहाणे की उप कप्तानी को लेकर भी बातचीत की जाएगी.


वहीं भारत के लिए 100 टेस्ट खेल चुके ईशांत शर्मा की टेस्ट टीम में जगह के अलावा वनडे टीम में अनुभवी सलामी बल्लेबाज शिखर धवन की वापसी भी इस चयन बैठक में अहम मुद्दा होगा.


चयन समिति के अध्यक्ष चेतन शर्मा, अभय कुरुविला और सुनील जोशी मुंबई टेस्ट (न्यूजीलैंड के खिलाफ) देख रहे हैं और सोमवार से शुरू होने वाले हफ्ते के दौरान वे बोर्ड अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह के साथ बैठकर कुछ फैसले लेंगे, जिसका भारतीय क्रिकेट में दूरगामी प्रभाव हो सकता है.


बता दें कि भारत को दक्षिण अफ्रीका में तीन वनडे खेलने हैं और अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या देश को सफेद गेंद (सीमित ओवर) फॉर्मेट में दो कप्तानों की जरूरत है, जो टीम में विचारों के टकराव का कारण बन सकता है.


रोहित शर्मा पहले से ही टी20 टीम के कप्तान हैं और 2023 में होने वाले 50 ओवर के विश्व कप को देखते हुए बीसीसीआई के गलियारों में सीमित ओवरों के फॉर्मेट में एक कप्तान रखने की चर्चा हो रही है. 


बीसीसीआई के एक वरिष्ठ सूत्र ने न्यूज़ एजेंसी पीटीआई-भाषा से कहा, विराट कोहली का वनडे कप्तान बरकरार रहना फिलहाल मुश्किल लग रहा है. इस साल बहुत कम मैच हैं इसलिए वनडे का ज्यादा महत्व नहीं है. ऐसे में इस बारे में फैसले को लेने में देरी हो सकती है.


उन्होंने आगे कहा, हालांकि, इसके विरोध में तर्क यह है कि आप एक तरह के दो फॉर्मेट के लिए अलग-अलग कप्तान रखेंगे तो विचारों का टकराव होगा. ऐसे में इस फैसले से जुड़े ज्यादातर लोगों को लगता है कि रोहित शर्मा को यह जिम्मेदारी सौंप देनी चाहिये ताकि उन्हें 2023 से पहले टीम तैयार करने के लिए जरूरी समय मिल सके.


वहीं जानकारी के मुताबिक, टेस्ट टीम में रहाणे और पुजारा की जगह बनी रहेगी, लेकिन इस फॉर्मेट में रोहित को ही उप कप्तान बनाया जा सकता है. खराब लय में चल रहे रहाणे के लिए अंतिम एकादश में जगह बनाना मुश्किल होगा. श्रेयस अय्यर और शुभमन गिल के शानदार लय में होने के साथ सूर्यकुमार यादव और हनुमा विहारी जैसे मध्यक्रम के विकल्प के होते हुए अनुभवी रहाणे के लिए अंतिम एकादश में जगह हासिल करना आसान नहीं होगा.