IND Vs ENG: इंग्लैंड दौरे पर चेतेश्वर पुजारा का खराब फॉर्म हेडिंग्ले टेस्ट की पहली पारी में भी जारी रहा. चेतेश्वर पुजारा महज 9 गेंद पर एक रन बनाकर जेम्स एंडरसन का शिकार बने. पूर्व दिग्गज बल्लेबाज ब्रायन लारा ने चेतेश्वर पुजारा को खराब फॉर्म से बाहर निकलने के लिए सलाह दी है. ब्रायन लारा का मानना है कि अगर चेतेश्वर पुजारा को सुधार करना है तो उन्हें और अधिक शॉट लगाने की कोशिश करनी होगी जो उनके साथ टीम इंडिया के लिए भी फायदेमंद रहेगा.


लारा का मानना है कि पुजारा को बेहतर स्ट्राइक रेट के साथ रन बनाने की कोशिश करनी चाहिए.  लारा ने कहा, "मैं पुजारा की तरह संयम रखकर खेलने वाला बल्लेबाज नहीं था और निचले स्ट्राइक रेट से स्कोर नहीं खड़ा करता था. अगर मैं कोच या ऐसा कोई होता जो चाहता था कि पुजारा सुधार करें तो मैं उन्हें और अधिक शॉट खेलने और ऊंची स्ट्राइक रेट से रन बनाने की सलाह देता."


52 वर्षीय लारा ने स्वीकार किया कि पुजारा के खेलने के तरीके ने अतीत में भारत की मदद की है. लेकिन लारा ने अपने नजरिए में पुजारा के कई बार कम रन बनाने पर चिंता व्यक्त की. लारा ने कहा, "वह अपना काम करते हैं लेकिन मुझे लगता है कि जब आप इतनी धीरे बल्लेबाजी करते हैं तो कई चीज आपकी पारी को स्विंग करा देती है. आपको अपना रास्ता खोजना होगा और शॉट लगाने होंगे."


टीम में जगह पर उठ रहे हैं सवाल


चेतेश्वर पुजारा के टीम में बने रहने पर अब सवाल खड़े हो रहे हैं. चेतेश्वर पुजारा ने टेस्ट क्रिकेट में अपना आखिरी शतक तीन साल पहले लगाया था. 2018 में ऑस्ट्रेलियाई दौरे के बाद से ही चेतेश्वर पुजारा टेस्ट क्रिकेट में कोई बड़ी पारी नहीं खेल पा रहे हैं. इसके अलावा चेतेश्वर पुजारा की बल्लेबाजी का और ज्यादा स्लो होते जाना दूसरे बल्लेबाजों पर भी दबाव बढ़ाने का काम कर रहा है.


बात चाहे ऑस्ट्रेलियाई दौरे की हो या फिर इंग्लैंड दौरे की चेतेश्वर पुजारा के आउट होने का तरीका एक जैसा ही रहा है. चेतेश्वर पुजारा अधिकर पारियों में बाहर जाती गेंदों पर बल्ला लगाकर विकेटकीपर या फिर स्लिप के हाथों में कैच थमा देते हैं. अगर पुजारा अगली पारी में बड़ा स्कोर नहीं बनाते हैं तो उन्हें अगले टेस्ट से ड्रॉप भी किया जा सकता है. 


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