नई दिल्ली: लंदन के ओवल मैदान पर इस रविवार को चैम्पियंस ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला खेला जाना है. इस मुकाबले को क्रिकेट इतिहास का सबसे बड़ा मुकाबला कहा जाए तो ये झूठ नहीं होगा. भारत और पाकिस्तान के बीच कोई आम मैच भी दुनिया भर में चर्चा का विषय बन जाता है, ये तो खैर मिनी वर्ल्ड कप का फाइनल है.


इस मुकाबले पर सिर्फ इंडिया और पाक के फैंस की नजरें ही नहीं हैं, बल्कि दुनियाभर के क्रिकेट प्रेमी इसमें रूची ले रहे हैं. कई लोग इसे एशेज (ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच होने वाली मशहूर सीरीज) से भी बड़ा मुकाबला बता रहे हैं.



अब मुकाबला इतना बड़ा है तो ये भी जरूरी है कि दोनों टीमों की ताकत को परखा जाए. किस टीम में इस बड़े खिताब को जीतने का दम खम है? और कौन सी टीम इसके फाइनल में जाकर भी इसे गंवा सकती है? इन बातों का अंदाजा तभी लगाया जा सकता है जब हमें दोनों टीमों के प्रदर्शन की जानकारी हो.


तो आइए इस महामुकाबले से पहले हम भारत और पाकिस्तान के ताकत और कमजोरी पर नजर डालते हैं.


चैम्पियंस ट्रॉफी 2017 में भारत और पाकिस्तान की टीमों ने अपना सफर एक साथ ही शुरू किया था. पहले मुकाबले में टीम इंडिया ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पाकिस्तान को 124 रनों से हराया था. इस मुकाबले में पाकिस्तान ने टॉस जीतकर भारत को बल्लेबाजी का न्यौता दिया लेकिन भारत ने पाक के इस फैसले को तब पूरी तरह से गलत साबित कर दिया जब शिखर धवन और रोहित शर्मा की ओपनिंग जोड़ी ने ही 24.3 ओवरों में ही 136 रन बना डाले. यही नहीं बची-खुची कसर भारत के मिडिल ऑर्डर ने पूरी कर दी.


इस तरह से भारतीय टीम ने सिर्फ तीन विकेट गंवाते हुए पाकिस्तान के सामने 320 रनों का बड़ा लक्ष्य रख दिया. भारत की ओपनिंग जोड़ी ने कमाल किया था लेकिन पाकिस्तान की ओपनिंग जोड़ी इस मैच में कुछ खास नहीं कर पाई. पाक ने पहला विकेट 47 रन पर गंवाया और फिर पूरी टीम बारिश की बाधाओं के बाद 164 रन पर सिमट गई.



पहले मैच में भारत के बल्लेबाज और गेंदबाज, दोनों ने कमाल दिखाया. पाकिस्तान की पूरी टीम फ्लॉप साबित हुई. पाकिस्तान की ओपनिंग जोड़ी साउथ अफ्रीका के खिलाफ भी कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाई. लेकिन बारिश के कारण डकवर्थ लुईस नियम के सहारे पाक की टीम इस मैच को जीत गई.


वहीं भारत ने अपना दूसरा मैच श्रीलंका के हाथों गंवा दिया. इस मुकाबले में भी भारत ने अच्छी बल्लेबाजी की और ओपनिंग जोड़ी ने 138 रनों की साझेदारी की. मिडिल ऑर्डर में धोनी का बल्ला चला और टीम ने 321 रनों का पहाड़ खड़ा कर दिया. हालांकि इस मैच में भारतीय गेंदबाजों ने निराश किया और टीम को हार का सामना करना पड़ा.


भारत ने अपने तीसरे मुकाबले में साउथ अफ्रीका को धूल चटाई और इसके साथ ही सेमीफाइनल में जगह भी पक्की कर ली. इस मैच में 192 रनों का पीछा करते हुए टीम इंडिया ने 8 विकेट से जीत हासिल की थी. गेंदबाजों ने अपनी लय दोबारा हासिल करते हुए भारत की जीत को पक्का कर दिया था.


पाकिस्तान ने ग्रुप स्टेज के आखिरी मुकाबले में श्रीलंका को 3 विकेट से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया था. इस मैच में पाकिस्तान ने बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों चीजों में सुधार किया. इसके बाद सेमीफाइनल में भी पाकिस्तान ने इंग्लैंड को बुरी तरह से हराया. इसमें पाक के गेंदबाजों ने इंग्लैंड को महज 211 रन पर समेट दिया. पाक ने ओपनर फखर जमां और अजहर अली की पहले विकेट लिए हुई 118 रनों की साझेदारी की बदौलत जीत हासिल कर ली.



भारत ने भी अपने सेमीफाइनल मुकाबले में शानदार प्रदर्शन किया और मुकाबले को 9 विकेट से अपने नाम कर लिया. इस मुकाबले में भी धवन और रोहित की जोड़ी ने शानदार प्रदर्शन किया और पहले विकेट के लिए 87 रन जोड़े. बाद में कोहली की गजब की पारी ने जीत टीम इंडिया की झोली में डाल दिया.


अभी तक चैम्पियंस ट्रॉफी के इस टूर्नामेंट में टीम इंडिया के ओपनर बल्लेबाजों का बोलबाला रहा है. वहीं पाकिस्तान एक मैच को छोड़कर किसी और मैच में अच्छी शुरूआत के लिए तरसती रही है. भारत का मिडिल ऑर्डर भी मजबूत है और प्रदर्शन भी कर रहा है. लेकिन पाकिस्तानी टीम मैच को अपने गेंदबाजों के बलबूते ही जीतती आई है.


इन आंकड़ों को देखकर हर भारतीय क्रिकेट प्रेमी को सुकून तो जरूर होगा लेकिन ये बात ख्याल में रखना जरूरी है कि क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है और यहां आंकड़े बनते और बिगड़ते रहते हैं.