तिहरा शतक (Triple Century) टेस्ट क्रिकेट में किसी भी बल्लेबाज की क्लास, धैर्य और आक्रामकता का सबसे बड़ा प्रमाण होता है, लेकिन कुछ बल्लेबाज ऐसे रहे हैं, जिन्होंने ना सिर्फ 300 रन पूरे किए, बल्कि इस दौरान उनका बेहतरीन स्ट्राइक रेट भी रहा है. यहां जानिए उन 5 बल्लेबाजों की लिस्ट जिन्होंने टेस्ट इतिहास में सबसे तेज ट्रिपल सेंचुरी (300 रन) जड़ी और क्रिकेट की दुनिया को चौंका दिया.

वीरेंद्र सहवाग 

भारतीय टीम के पूर्व विस्फोटक ओपनर वीरेंद्र सहवाग ने यह करिश्मा 2003 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ किया था. उन्होंने महज 278 गेंदों में 300 रन पूरे करते हुए टेस्ट क्रिकेट की सबसे तेज ट्रिपल सेंचुरी का रिकॉर्ड अपने नाम किया था. सहवाग की इस पारी में चौकों और छक्कों की बौछार थी. उनके रिकॉर्ड को आज भी कोई खिलाड़ी नहीं तोड़ पाया है.

वियान मुल्डर 

हाल ही में जिम्बाब्वे के खिलाफ टेस्ट में वियान मुल्डर ने नाबाद 367 रन की यादगार पारी खेली. उन्होंने इस पारी में 49 चौके और 4 छक्के, यानी कुल 53 बाउंड्री लगाईं. उन्होंने अपनी ट्रिपल सेचुरी मात्र 297 गेंदो में पूरी कर ली थी.

हेरी ब्रूक 

इंग्लैंड के युवा स्टार हेरी ब्रूक ने 2024 में पाकिस्तान के खिलाफ तूफानी अंदाज में 310 गेंदों में 300 रन पूरे किए थे. यह पारी इंग्लैंड के आक्रामक टेस्ट खेलने के अंदाज, यानी 'बज़बॉल' का बेहतरीन उदाहरण थी. ब्रूक ने इस पारी से खुद को दुनिया के टॉप बल्लेबाजों में शुमार कर लिया था.

वैली हैमंड 

1933 में न्यूजीलैंड के खिलाफ वैली हैमंड ने 355 गेंदों में 300 रन पूरे किए थे. उस दौर में जहां रन बनाने की रफ्तार धीमी होती थी, हैमंड की यह पारी बेहद तेज मानी जाती थी. उन्होंने अपनी तकनीक और टाइमिंग से यह कारनामा कर दिखाया था.

मैथ्यू हेडन 

ऑस्ट्रेलिया के धाकड़ ओपनर मैथ्यू हेडन ने 2003 में जिम्बाब्वे के खिलाफ 362 गेंदों में ट्रिपल सेंचुरी ठोकी थी. यह पारी ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी व्यक्तिगत पारी के तौर पर जानी जाती है. इस पारी में उन्होंने शानदार 380 रन बनाए थे.