India vs England 5th Test match: भारत बनाम इंग्लैंड टेस्ट सीरीज का पांचवां मैच 7 मार्च से धर्मशाला में खेला जाएगा, जिससे पूर्व पहले इंग्लैंड को तगड़ा झटका लग सकता है. इंग्लैंड के मध्यम गति के तेज गेंदबाज ओली रॉबिन्सन को पांच मैचों की सीरीज के आखिरी मैच से बाहर रखा जा सकता है. रॉबिन्सन का टेस्ट करियर अभी तक काफी अच्छा रहा है, जिसमें उन्होंने 20 मैचों में 76 विकेट चटकाए हैं, लेकिन अब उनके करियर पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं.


फिटनेस सबसे बड़ी चिंता का विषय


आपको याद दिला दें कि भारत के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच में ओली रॉबिन्सन ने पहली पारी में 13 ओवरों में 54 रन लुटा दिए थे और एक भी विकेट हासिल नहीं कर पाए थे. वहीं दूसरी पारी में उनसे गेंदबाजी ना कराना भी उनके भविष्य पर सवालिया निशान लगा रहा था. उनकी फिटनेस चिंता का विषय बनी हुई है, जिसके कारण उनकी गति में भी काफी कमी दर्ज की गई है.


बताया जा रहा है कि उन्हें बल्लेबाजी के दौरान कमर में चोट आई थी, जिसका सीधा प्रभाव उनकी गेंदबाजी पर पड़ा है. अच्छी लय में आने के लिए उनका फिट रहना जरूरी है. भारत के खिलाफ चल रही सीरीज में उन्होंने केवल एक मैच खेला है और उनकी फिटनेस को देखते हुए ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे वो आखिरी टेस्ट मैच में नहीं खेलेंगे.


चौथे मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में इंग्लैंड के मुख्य कोच ब्रेंडन मैकुलम की ओली रॉबिन्सन के प्रदर्शन को लेकर प्रतिक्रिया कुछ खास अच्छी नहीं थी. आपको बता दें कि जॉनी बेयरस्टो के लिए धर्मशाला में होने वाला मुकाबला उनके करियर का 100वां टेस्ट मैच होगा और उनके पांचवें मैच में खेलने की पुष्टि की जा चुकी है. यही कारण है कि ओली रॉबिन्सन को आखिरी मैच के प्लेइंग इलेवन से बाहर किया जा सकता है.


चोट के कारण कई महीनों तक नहीं खेले


रांची में हुए चौथे टेस्ट से पहले ओली रॉबिन्सन की तैयारी भी कुछ खास अच्छी नहीं थी क्योंकि उससे पूर्व उन्होंने चोट के कारण 7 महीनों का ब्रेक लिया था. इंग्लैंड चाहता है कि रॉबिन्सन County Championship में ससेक्स के लिए पहले 7 मैच खेलें, जहां उनकी फिटनेस और तैयारियों की असली परीक्षा ली जाएगी. अगर रॉबिन्सन उन मैचों में अच्छा नहीं कर पाए तो उनका भविष्य अधर में लटक सकता है, जिसके बाद उनकी नेशनल टीम में वापसी की राह ज्यादा मुश्किल हो जाएगी।