IND Vs ENG: 15 फरवरी से भारत के खिलाफ राजकोट में शुरू होने वाले तीसरे टेस्ट से पहले इंग्लैंड की टीम बैकफुट पर आ गई है. इंग्लैंड की टीम पहले दो टेस्ट में सिर्फ एक तेज गेंदबाज के साथ मैदान पर उतरी थी. लेकिन तीसरे टेस्ट में इंग्लैंड की प्लेइंग 11 में दो तेज गेंदबाजों को जगह मिली है. सीरीज की शुरुआत से पहले इंग्लैंड के कोच ब्रैडम मैकुलम ने दावा किया कि वो इस बार स्पिनर्स के दम पर ही भारत को मात देंगे. हालांकि इंग्लैंड ने तीन टेस्ट बाकी रहते हुए ही इस रणनीति से यू टर्न ले लिया है. स्पिनर्स के बजाए इंग्लैंड का तेज गेंदबाजी अटैक ज्यादा मजबूत है और अब तीसरे टेस्ट में इंग्लैंड उसी मजबूती के साथ मैदान पर उतर रही है.


इस सीरीज के पहले मुकाबले में इंग्लैंड ने सिर्फ एक तेज गेंदबाज और तीन स्पिनर्स के साथ मैदान पर उतरकर सभी को चौंका दिया था. पहले टेस्ट में इंग्लैंड का यह दांव काम भी आया और उसने भारत को हराने में कामयाबी हासिल की. मैकुलम ने जीत से उत्साहित होकर ये तक दावा कर दिया था कि वो दूसरे टेस्ट में चार स्पिनर्स के साथ मैदान पर उतरेंगे. हालांकि चोटिल होने की वजह से जैक लीच सीरीज से बाहर हो गए और इंग्लैंड को तीन स्पिनर्स के साथ ही मैदान पर उतरना पड़ा.


दूसरे टेस्ट में निकली इंग्लैंड की हवा


लेकिन दूसरे टेस्ट में इंग्लैंड का तीन स्पिनर्स के साथ खेलने का दांव उल्टा पड़ गया. भारत ने जसप्रीत बुमराह की बदौलत इंग्लैंड को मात देकर सीरीज में 1-1 से बराबरी कर ली. इंग्लैंड को दूसरे टेस्ट में एक तेज गेंदबाज की कमी खली. अब तीसरे टेस्ट से पहले इंग्लैंड ने इस गलती को सुधार लिया है. इंग्लैंड की प्लेइंग 11 में एंडरसन के अलावा मार्क वुड भी शामिल हैं. स्पिन गेंदबाज शोएब बशीर को बाहर का रास्ता दिखाया गया है. हालांकि यह देखना दिलचस्प होगा कि इंग्लैंड का दो तेज गेंदबाजों के साथ उतरने का दांव कितना काम करता है.