India vs England 2nd Test: पहले टेस्ट में लगभग हारी हुई बाज़ी जीतने वाले अंग्रेज़ों ने दूसरे टेस्ट से पहले भारतीय टीम को खुली चेतावनी दी है. दरअसल, भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा मैच 2 फरवरी से विशाखापट्टनम में खेला जाना है. ऐसा माना जा रहा है कि यहां की पिच पर हैदराबाद से भी ज्यादा टर्न देखने को मिल सकता है. इसी को लेकर इंग्लैंड टीम के कोच ब्रेंडन मैकुलम ने बड़ा बयान दिया है. 


इंग्लैंड के कोच ब्रेंडन मैकुलम अब दूसरे टेस्ट मैच की पिच को देखने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. विशाखापट्टनम के मैदान को आम तौर पर बड़े स्कोर के लिए जाना जाता है, लेकिन पिछले कुछ समय से यहां स्पिनरों का दबदबा भी रहा है. मैकुलम ने कहा कि अगर परिस्थितियां पूरी तरह से स्पिनरों की मुफीद हुईं तो उनकी टीम गेंदबाजी विभाग में सभी स्पिनरों के साथ उतरने से पीछे नहीं हटेगी. ऐसे में दूसरे टेस्ट मैच में शोएब बशीर को डेब्यू का मौका मिल सकता है. 


मैकुलम के इस बयान से ऐसा माना जा सकता है कि इंग्लैंड टीम दूसरे टेस्ट में बिना किसी तेज गेंदबाज के उतर सकती है. इससे पहले हैदराबाद में खेले गए पहले टेस्ट में अंग्रेज सिर्फ एक तेज गेंदबाज के साथ उतरे थे. 


इंग्लैंड की टेस्ट टीम के कोच ब्रेंडन मैकुलम ने कहा, "अगर सीरीज के आगे बढ़ने पर विकेट उसी तरह से टर्न लेते रहे जैसा हमने पहले टेस्ट में देखा था, तो हम सभी स्पिनरों के साथ खेलने से पीछे नहीं हटेंगे. बशीर हमारे साथ अबू धाबी में कैंप में था और उसने अपने कौशल से हमें प्रभावित किया. वह सहजता से इस ग्रुप का हिस्सा बना गया. कम उम्र और प्रथम श्रेणी में कम अनुभव के बावजूद वह ऐसा खिलाड़ी है जिसमें उत्साह की कोई कमी नहीं है."


मैकुलम ने अनुभवहीन गेंदबाजों का शानदार तरीके से इस्तेमाल करने पर कप्तान बेन स्टोक्स की तारीफ भी की. टॉम हार्टले के खिलाफ पहली पारी में भारतीय बल्लेबाजों ने खुल कर रन बनाये थे, लेकिन उन्होंने दूसरी पारी में सात विकेट चटका कर मैच का पासा पलट दिया. मैकुलम ने कहा, उसे प्रथम श्रेणी का ज्यादा अनुभव नहीं है और चयन के लिहाज से शायद वह थोड़ा कमजोर था. लेकिन हमने उसमें कुछ ऐसा देखा जो यहां प्रभावी होता. वह एक मजबूत जज्बे वाला खिलाड़ी है. 


उन्होंने आगे कहा, "कप्तान ने जिस तरह से उसे संभाला वह काफी उल्लेखनीय था, और उसने साफ तौर पर हमें टेस्ट में जीत दिलाई. यह शानदार कप्तानी का एक नमूना था. यह सिर्फ हार्टले के लिए नहीं बल्कि सभी के लिए एक संदेश है कि मैदान में फ्री (स्वतंत्र) होकर खेलने की पूरी आजादी दी जायेगी."