Champions Trophy 2025: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए सभी आठ टीमों का फाइनल स्क्वाड सामने आ चुका है. भारत, ऑस्ट्रेलिया से लेकर पाकिस्तान और न्यूजीलैंड भी कम से कम एक बार चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीत चुके हैं. सभी टीमों ने बैटिंग से लेकर बॉलिंग और ऑलराउंड डिपार्टमेंट को इन-फॉर्म खिलाड़ियों से भरने का प्रयास किया है. यहां मौजूदा फॉर्म के हिसाब से सबसे घातक बैटिंग लाइन-अप पर नजर डालें तो वह टीम भारत या ऑस्ट्रेलिया नहीं है बल्कि न्यूजीलैंड है, जिसके बल्लेबाजों ने गेंदबाजों का बुरा हाल कर रखा है.
भारत नहीं न्यूजीलैंड का बैटिंग अटैक है सबसे घातक
पाकिस्तान में खेली गई ट्राई सीरीज को न्यूजीलैंड ने ही जीता है. टीम के लिए विल यंग का बल्ला तो खामोश रहा, लेकिन उनके जोड़ीदार डेवोन कॉनवे ने दो पारियों में 72.5 के औसत से 145 रन बनाए थे. तीसरे क्रम का भार केन विलियमसन ने संभाल लिया है, जो ट्राई सीरीज में एक शतक लगाने के साथ 112.5 के औसत से रन बनाकर आए हैं. चौथे क्रम पर डेरिल मिचेल ने भी तेजी से रन बनाए और हालिया त्रिकोणीय सीरीज में वो 2 फिफ्टी लगाने वाले एकमात्र बल्लेबाज रहे.
टॉम लाथम ने पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल में 56 रन जरूर बनाए, लेकिन उनकी फॉर्म में निरंतरता की कमी दर्ज की गई है. छठे क्रम पर खेलने वाले ग्लेन फिलिप्स ने भी ट्राई सीरीज में एक शतक जड़ा और तीनों पारियों में वो नाबाद रहे. फिलिप्स इसी अच्छी लय के दम पर कीवी टीम के लिए बेहतरीन फिनिशर की भूमिका निभा सकते हैं. लाथम भी अच्छी लय पकड़ लेते हैं तो न्यूजीलैंड बल्लेबाजी में सभी क्रमों को लेकर चिंतामुक्त हो जाएगा.
भारत की क्या है स्थिति?
भारतीय टीम के बैटिंग लाइन-अप पर नजर दौड़ाएं तो शुभमन गिल वनडे क्रिकेट में बेहतरीन फॉर्म में हैं. उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ तीन मैचों में 1 शतक और दो हाफ-सेंचुरी लगाई थीं. उनके अलावा चौथे क्रम पर श्रेयस अय्यर भी इंग्लैंड के खिलाफ 2 फिफ्टी लगाकर चैंपियंस ट्रॉफी में कदम रख रहे होंगे. मगर ओपनिंग में रोहित शर्मा और तीसरे क्रम पर विराट कोहली की फॉर्म चिंता का विषय है. दूसरी ओर पांचवें क्रम पर केएल राहुल भी बड़ी पारियां खेलने में असमर्थ दिखे हैं.
यह भी पढ़ें: