विश्व क्रिकेट में नंबर एक टेस्ट गेंदबाज पैट कमिंस की कहानी दिलचस्प है. एशेज सीरीज में वो इंग्लैंड की टीम के लिए बड़ी मुसीबत बनकर उभरे हैं. इंग्लिश बल्लेबाज उनकी गेंदबाजी के आगे टिक नहीं पा रहे हैं. पैट कमिंस की कहानी दिलचस्प इसलिए है क्योंकि उन्होंने करियर का पहला टेस्ट मैच 2011 में और दूसरा टेस्ट मैच 6 साल बाद 2017 में खेला था.


नवंबर 2011 की बात है. जोहानिसबर्ग में ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका की टीम टेस्ट मैच खेल रही थीं. इस टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया की तरफ से पैट कमिंस ने अपने टेस्ट करियर की शुरूआत की थी. अपने पहले ही टेस्ट मैच में उन्होंने 7 विकेट झटके थे. उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया था. उस वक्त पैट कमिंस की उम्र सिर्फ 18 साल थी. लेकिन इस मैच के बाद उन्हें फिटनेस की दिक्कत आई. कमर के निचले हिस्से में तकलीफ की वजह से वो टेस्ट क्रिकेट से दूर हो गए. वनडे क्रिकेट में वो टीम के लिए खेलते रहे लेकिन पांच दिन के मैच के लिए उनकी फिटनेस उन्हें मैदान में उतरने की इजाजत नहीं दे रही थी.

आखिरकार 2017 में वो भारत के दौरे पर आए और उन्होंने 6 साल बाद अपने करियर का दूसरा टेस्ट मैच खेला. रांची में खेले गए उस टेस्ट मैच में पैट कमिंग्स ने उस टेस्ट मैच में 4 विकेट झटके थे. इस टेस्ट मैच के बाद ही उनका टेस्ट करियर पटरी पर आया. इसके बाद उन्होंने हर साल औसतन 7-8 टेस्ट मैच खेले. यही पैट कमिंस इस वक्त दुनिया के नंबर एक टेस्ट गेंदबाज हैं.

क्यों पैट कमिंस है खतरनाक गेंदबाज
पैट कमिंग्स की गेंदबाजी में कई खास बाते हैं जो उन्हें दूसरे तेज गेंदबाजों से अलग करती हैं. वो औसतन 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करते हैं. पैट कमिंस गेंद को दोनों तरफ ‘मूव’ कराने में माहिर हैं. उनकी बाउंसर गेंदों में भी वेरिएशन होता है. बाएं हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ वो अपनी गेंद में एक विशेष कोण पैदा करते हैं. पैट कमिंस का ‘रिस्ट पोजीशन’ बहुत शानदार है. पैट कमिंग्स ने हाल के दिनों में अपनी गेंदबाजी में आउटस्विंग को भी शामिल किया है. यही वजह है कि पैट कमिंग्स को खेलना इंग्लैंड के बल्लेबाजों के लिए लगातार मुश्किल रहा है. पैट कमिंग्स अब तक सीरीज के 4 टेस्ट मैचों में 24 विकेट ले चुके हैं. सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों की फेहरिस्त में वो पहले नंबर पर हैं. इंग्लैंड के बल्लेबाजों के पास कमिंग्स की गेंदों का कोई तोड़ नहीं दिख रहा है. मैनचेस्टर में खेले गए सीरीज के चौथे टेस्ट मैच में भी उन्होंने सात विकेट चटकाए.

दरअसल, एशेज सीरीज में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया की टीम में बड़ा फर्क स्टीव स्मिथ और पैट कमिंग्स का ही है. स्मिथ बल्लेबाजों की लिस्ट में टॉप पर हैं और कमिंग्स गेंदबाजों की लिस्ट में. यही वजह है कि ऑस्ट्रेलिया की टीम का एशेज पर कब्जा बरकरार है. आपको बता दें कि स्टीव स्मिथ इस सीरीज में कमाल की फॉर्म में हैं. उन्होंने अब तक 3 टेस्ट मैचों में 671 रन बनाए हैं. इसमें तीन शतक शामिल हैं. जिसमें एक दोहरा शतक भी है. स्मिथ की फॉर्म पर चर्चा इसलिए हो रही है क्योंकि दूसरे टेस्ट मैच में उन्हें जोफ्रा आर्चर की गेंद पर खतरनाक चोट लग गई थी लेकिन एक टेस्ट मैच के बाद ही उन्होंने दोहरे शतक के साथ दमदार वापसी की.

जानिए पैट कमिंस के रिकॉर्ड
करीब 26 साल के पैट कमिंग्स खेल के तीनों फॉर्मेट में प्रभावशाली गेंदबाज हैं. टेस्ट क्रिकेट में लंबे ‘गैप’ को अगर छोड़ दें तो उनके पास 8 साल का तजुर्बा है. उन्होंने अब तक खेले 24 टेस्ट मैचों में 118 विकेट लिए हैं. 58 वनडे मैचों में उनके खाते में 96 विकेट है. 20 टी-20 मैचों में भी वो 25 विकेट झटक चुके हैं. तीनों ही फॉर्मेट में उनका औसत 30 से कम का है. पैट कमिंस ने टेस्ट में 21.08, वनडे में 27.11 और टी-20 में 21.24 की औसत से विकेट लिए हैं. उनकी कामयाबी का मंत्र इन्हीं आकड़ों में छिपा है.