पाकिस्तान और श्रीलंका की धरती पर होने वाले एशिया कप को लेकर एक बड़ी डेवलपमेंट हुई है. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष रोजर बिन्नी और उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला पाकिस्तान का दौरा करेंगे. रोजर बिन्नी और राजीव शुक्ला एशिया कप के दौरान 4 सितंबर को लाहौर में होने वाले मैच का हिस्सा बनेंगे. इस पहल को भारत और पाकिस्तान के क्रिकेट से जुड़े रिश्तों में सुधार की पहल के तौर पर भी देखा जा सकता है. एशिया कप का आयोजन 30 अगस्त से होने जा रहा है और टूर्नामेंट का पहला मुकाबला पाकिस्तान में खेला जाएगा.


इस बार एशिया कप की मेजबानी का अधिकार पाकिस्तान के पास था. लेकिन भारत ने सुरक्षा कारणों का हवाला देकर पाकिस्तान में टीम भेजने से इंकार कर दिया. काफी विवाद के बाद पाकिस्तान के साथ श्रीलंका में भी टूर्नामेंट का आयोजन करवाने का फैसला किया गया. पाकिस्तान में एशिया कप के 5 और श्रीलंका में 9 मुकाबले खेले जाने हैं. भारतीय टीम अपने सभी मुकाबले श्रीलंका में ही खेलेगी. टूर्नामेंट का फाइनल मैच भी पाकिस्तान में ही खेला जाएगा.


बीसीसीआई अध्यक्ष का पाकिस्तान जाना क्यों बड़ा संकेत?


भारत और पाकिस्तान के तल्ख संबंधों का असर क्रिकेट पर भी देखने को मिला है. 2006 के बाद से भारत ने पाकिस्तान दौरे के लिए टीम नहीं भेजी है. 2012 के बाद से पाकिस्तान टीम भी भारत नहीं आई है. 2012 के बाद से दोनों टीमें सिर्फ आईसीसी टूर्नामेंट और एशिया कप में ही आमने सामने होती हैं. लेकिन अब बीसीसीआई अध्यक्ष रोजर बिन्नी का पाकिस्तान जाना बड़ा संकेत है.


बीसीसीआई की इस पहल को भारत और पाकिस्तान के क्रिकेट संबंधों में सुधार के तौर पर देखा जा सकता है. पाकिस्तान में 2025 में आईसीसी चैंपियंस का आयोजन होना है. बीसीसीआई की इस पहल के बाद माना जा सकता है भारतीय टीम इस टूर्नामेंट का हिस्सा बनने के लिए पाकिस्तान जाएगी. भारत में होने वाले वर्ल्ड कप का हिस्सा बनने के लिए भी पाकिस्तान ने ये मांग रखी है कि इंडिया को चैंपियंस ट्रॉफी खेलने आना होगा. हालांकि इस बारे में अभी ज्यादा कुछ नहीं कहा जा सकता है. अगर सबकुछ सही रहता है तो दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सीरीज का आयोजन भी आने वाले समय में देखने को मिल सकता है.