एक रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह एक नई लीग जिसका नाम 'द हंड्रेड' है उसमें हिस्सा ले सकते हैं. ये लीग इंग्लैंड आधारित लीग है. हालांकि अब ये खबरें आ रही हैं कि हरभजन ऑफिशियल तौर पर इस लीग से जुड़ने नहीं जा रहे हैं. बीसीसीआई के एक सूत्र की मानें तो हरभजन ने बीसीसीआई से कभी भी नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट नहीं लिया है. और वो किसी भी नए लीग में हिस्सा नहीं ले सकते हैं ये बीसीसीआई के पॉलिसी के खिलाफ है. बोर्ड ने सबकुछ चेक करने के बाद ही इस बात की पुष्टि की है.


हरभजन सिंह अगर इंग्लैंड की नई शहर आधारित लीग 'द हंड्रेड' में चुने जाते हैं तो वह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लेंगे. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने हालांकि कहा है कि बोर्ड ने हरभजन से कहा था कि वह लीग के प्लेयर ड्राफ्ट का हिस्सा नहीं हो सकते क्योंकि वह अभी भी सक्रिय भारतीय खिलाड़ी हैं.

हरभजन को लीग के प्लेयर ड्रॉफ्ट में जगह मिली है. एक अधिकारी ने बताया कि ऑफ स्पिनर को पहले ही जानकारी दे दी गई थी कि वह लंदन में 20 अक्टूबर को होने वाले प्लेयर ड्राफ्ट का हिस्सा नहीं हो सकते.

अधिकारी ने कहा, "वह ड्राफ्ट के लिए नहीं जा सकते. हमने इसके लिए मना कर दिया है क्योंकि वह अभी भी सक्रिया भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी हैं. वह अपना नाम ड्रॉफ्ट में नहीं रख सकते. उनके पास बीसीसीआई से भी एनओसी नहीं है. संन्यास के बाद भी खिलाड़ी को बोर्ड को इस बात की जानकारी देनी पड़ती है ताकि बाद में बीसीसीआई किसी तरह से जिम्मेदार न हो."

हरभजन ने भारतीय टीम के लिए अपना आखिरी मैच 2016 में एशिया कप में खेल था. वह हालांकि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की टीम चेन्नई सुपर किंग्स का हिस्सा हैं.

भारतीय टीम के पूर्व कप्तान अनिल कुंबले और जहीर खान ने हाल ही में कहा था कि विश्व भर की अलग-अलग लीगों में भारतीय खिलाड़ियों की मौजूदगी इस लीगों में मौजूदा खिलाड़ियों को बेहतर होने में मदद करेगी.