नई दिल्ली: आईपीएल सीज़न 11 में दमदार वापसी करते हुए चेन्नई सुपर किंग्स ने सीज़न का खिताब जीता. टीम के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने भी एक बार फिर साबित कर दिया आखिर क्यों उन्हें वर्ल्ड क्रिकेट का सबसे चपल कप्तान माना जाता है. साथ ही उन्होंने ये भी साबित कर दिया कि उम्र सिर्फ एक नंबर है और वो आगे भी क्रिकेट के मैदान पर अपने जलवे दिखाने के लिए तैयार हैं.


लेकिन आईपीएल खत्म होने के बाद अपनी फैमिली के साथ क्वालिटी टाइम स्पेंड करते हुए धोनी ने बताया कि फिटनेस को लेकर वो अब भी चिंतित हैं और कैसे आईपीएल में अचानक से फैंस को एक बार फिर उनका पुराना खेल देखने को मिला.


धोनी ने कहा, 'आईपीएल में ऊपरी क्रम में बल्लेबाज़ी करने का फैसला मेरा था, मैं इसके लिए तैयार था कि मुझे ऊपर बल्लेबाज़ी करनी थी, क्योंकि उम्र के लिहाज़ से नीचे बल्लेबाज़ी करने में मुझे वक्त नहीं मिल पा रहा था.'


माही ने कहा, 'मैं यह सुनिश्चित करना चाहता था कि मैच जीतने की जिम्मेदारी उठाई जाए, लेकिन जब मैं निचले क्रम में बल्लेबाज़ी के लिए आता तो खुद को ही पूरा समय नहीं दे पा रहा था।' इसके साथ ही कैप्टन कूल ने कहा कि ऊपरी क्रम में बल्लेबाज़ी करने का मतलब ऊपर के तीसरे, चौथा या 5वें नंबर पर बल्लेबाजी करना नहीं बल्कि ओवर्स की संख्या के बारे में है।


धोनी ने कहा, 'मैं ऊपर बल्लेबाज़ी करना चाहता था, इसलिए जब भी मैं ऊपर खेलता तो आक्रामक खेलना होता था. जिससे की अगर मैं आउट भी हो जाऊं तो निचे खेलने वाले बल्लेबाज़ों को अधिक समय मिल सकें.'


सीएस के कप्तान बोले, 'किस्मत से हमें पूरे आईपीएल में निचले क्रम तक बल्लेबाज़ी की पूरी ज़रूरत ही नहीं पड़ी. क्योंकि ऊपरी क्रम में वाटसन, रायुडू, रैना, मैं और ब्रावो ने रन बनाए और ये हमारे लिए काम आया. लेकिन शुरूआत ये मेरी यही रणनीति थी कि टीम की बल्लेबाज़ में गहराई हो, हर कोई ज़रूरत पड़ने पर बल्लेबाज़ी कर सके.'


इसके साथ ही वर्ल्डकप विनर कप्तान ने कहा कि जब उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया, तब से फिटनेस की बातें शुरू हुईं थी लेकिन अब आईपीएल से पहले मैं खुद ही ऊपर बल्लेबाज़ी करने का मन बना चुका था.


धोनी के लिए ये आईपीएल सीज़न बेहद सफल साबित हुआ. उन्होंने इस सीज़न कुल 16 मुकाबलों में 455 रन बनाए.