Babar Azam's Captaincy: बाबर आजम (Babar Azam) भले ही इस साल टेस्ट क्रिकेट में एक हजार रन पूरे कर चुके हैं लेकिन वह अपने उस रंग में नहीं है, जिसके लिए उन्हें जाना जाता है. इस साल उनकी कप्तानी को लेकर भी कई सवाल उठे हैं. पाकिस्तान के कई पूर्व क्रिकेटर्स यह तक कह चुके हैं कि बाबर को कप्तानी छोड़कर अपनी बल्लेबाजी पर फोकस करना चाहिए. इंग्लैंड के खिलाफ 0-3 से सीरीज गंवाने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी बाबर से उनकी कप्तानी की आलोचनाओं को लेकर सवाल पूछा गया, जिस पर उन्होंने विस्तार से जवाब दिया.


एक रिपोर्टर ने बाबर से पूछा कि आपकी कप्तानी की बहुत आलोचना हो रही है तो क्या आपको नहीं लगता कि कप्तानी छोड़कर बल्लेबाजी पर ही फोकस करना चाहिए? इस पर बाबर ने कहा, 'मैं बल्लेबाजी के दौरान कप्तानी वाले दबाव को महसूस नहीं करता. बल्कि मैं इसे एंजॉय करता हूं.  और इससे (कप्तानी से) मेरी बल्लेबाजी बिल्कुल प्रभावित नहीं होती है. कप्तानी करना एक सम्मान की बात है. मैं हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करता हूं. पहले पाकिस्तान बाकी सब चीजें बाद में.'






बल्लेबाजी और कप्तानी दोनों में फ्लॉप हो रहे बाबर
इस साल पाकिस्तान को अपनी सरज़मीं पर ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के हाथों टेस्ट सीरीज गंवानी पड़ी है. इंग्लैंड के खिलाफ उसे टी20 सीरीज में भी हार झेलनी पड़ी थी. एशिया कप में हार और टी20 वर्ल्ड कप के शुरुआती मुकाबलों में टीम के खराब प्रदर्शन का ठिकरा भी बाबर की कप्तानी पर फोड़ा गया था. बाबर पिछले कुछ महीनों से बल्लेबाजी में भी फ्लॉप रहे हैं. ऐसे में उनकी कप्तानी की लगातार आलोचना हो रही है.


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